
International Girl Child Day 2025: जानिए 11 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, क्या है इस बार की थीम
International Girl Child Day 2025 आज मनाया जा रहा है। जानिए इसका इतिहास, महत्व और इस साल की थीम “The girl I am, the change I lead” का अर्थ।
International Girl Child Day 2025 : आज दुनियाभर में मनाया जा रहा है अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, जानिए इसका इतिहास और थीम
International Girl Child Day 2025 क्या है?
दुनियाभर में आज यानी 11 अक्टूबर 2025 को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस (International Girl Child Day) मनाया जा रहा है। यह दिन लड़कियों के अधिकारों, समानता, और सशक्तिकरण को समर्पित है। इसका मुख्य उद्देश्य उन सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, जिनका सामना लड़कियां आज भी करती हैं, और उन्हें आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए समाज को प्रेरित करना है।
इतिहास और पृष्ठभूमि
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) ने 19 दिसंबर 2011 को घोषणा की थी कि हर साल 11 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाएगा।
इस निर्णय का मकसद था —
“दुनियाभर की बालिकाओं के अधिकारों की रक्षा करना, और उनके सामने आने वाली विशिष्ट चुनौतियों पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करना।”
पहली बार यह दिवस वर्ष 2012 में मनाया गया था। तब से यह दिन महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है।
International Girl Child Day 2025 की थीम
इस वर्ष (2025) अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम है —
“The girl I am, the change I lead: Girls on the frontlines of crisis”
(“मैं जो लड़की हूं, वही बदलाव की अगुवाई करती हूं – संकट की अग्रिम पंक्ति में लड़कियां”)
यह थीम उन बालिकाओं की भूमिका को सम्मान देती है जो सामाजिक, आर्थिक और मानवीय संकटों के बीच भी नेतृत्व और परिवर्तन की मिसाल बन रही हैं।
पिछले वर्षों की थीम
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2024: Invest in Girls’ Rights: Our Leadership, Our Well-being
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2023: Digital Generation, Our Generation
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2022: Girls’ vision for the future (भविष्य के लिए लड़कियों का दृष्टिकोण)
महत्व और संदेश
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस यह याद दिलाता है कि—
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शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और सुरक्षा के क्षेत्र में लड़कियों को समान अवसर मिलना चाहिए।
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समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना अनिवार्य है।
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बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव और हिंसा जैसी समस्याओं से लड़ने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।
यह दिवस हर व्यक्ति से यह वचन लेने का अवसर है कि वह हर लड़की को उसका हक और सम्मान दिलाने में अपना योगदान देगा।