
रामानुजगंज का एनीकट बना मौत का कुंड: मछली पकड़ते वक्त बहा युवक, अब तक छह जिंदगियां लील चुका प्रोजेक्ट
रामानुजगंज में करोड़ों की लागत से बना एनीकट अब मौत का जाल बन चुका है। मछली पकड़ते समय 25 वर्षीय काशी भुइंया तेज बहाव में बह गया। अधूरा प्रोजेक्ट अब तक छह लोगों की जान ले चुका है, लेकिन विभागीय लापरवाही बरकरार है।
रामानुजगंज का एनीकट बना मौत का कुंड: मछली पकड़ते समय बहा युवक, विभाग पर सवाल
रामानुजगंज। कभी जलसंवर्धन के लिए बनाया गया रामानुजगंज का एनीकट अब मौत का गड्ढा बन चुका है। नगर के वार्ड क्रमांक 14 निवासी 25 वर्षीय काशी भुइंया आज दोपहर करीब साढ़े तीन बजे मछली पकड़ते समय एनीकट के तेज बहाव में बह गया। शाम तक उसका कोई सुराग नहीं मिला।
काशी अपने पिता बैजनाथ भुइंया के साथ रोज की तरह मछली पकड़ने गया था। उसने मच्छरदानी से मछली पकड़ने का इंतजाम किया और एनीकट के पहले गेट पर बैठा था। अचानक पैर फिसल गया और वह पानी में गिर पड़ा।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि काशी पानी में संघर्ष करता दिखाई दिया, लेकिन तेज बहाव ने उसे कुछ ही पलों में अपनी चपेट में ले लिया।
एनीकट पर बढ़ते सवाल
यह एनीकट अब तक छह लोगों की जान ले चुका है, लेकिन विभागीय लापरवाही और सुरक्षा के इंतजाम न होने के कारण यह मौत का गड्ढा बना हुआ है। स्थानीय लोग विभाग से मांग कर रहे हैं कि सुरक्षा उपाय और चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं, ताकि और कोई जीवन न खोए।
स्थानीय प्रतिक्रिया
स्थानीय निवासी और मछुआरे एनीकट के आसपास सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए की लागत से बना यह प्रोजेक्ट अब मानव जीवन के लिए खतरा बन गया है।