Surjpur News: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही सड़क, गुणवत्ता विहीन सामग्री का किया जा रहा उपयोग।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही सड़क, गुणवत्ता विहीन सामग्री का किया जा रहा उपयोग
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख छत्तीसगढ़ बिहारपुर : चांदनी बिहार पुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत खोहिर के आश्रित ग्राम बैजनपाठ में गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के एजेंसी द्वारा एक करोड़ 37 लाख की लागत से 1200 मीटर सड़क बनाई जा रही है वहीं बैजनपाठ के ग्रामीणों द्वारा छह महीना पूर्व गांव छोड़कर एक नया गांव बसा आए थे जिसे देखते हुए स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव बैजनपाठ पहुंचकर ग्रामीणों के बीच एक करोड़ 37 लाख की लागत से सड़क की स्वीकृति दी गई थी। जिसकी एजेंसी गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान को दिया गया था जिसमें एजेंसी द्वारा गुणवत्ता हीन सामग्रियों का उपयोग कर रोड बनाया जा रहा है जिसमें 20 mm का गिट्टी प्रयोग करना था उसमें 40mm व हाथ का लोकल गिट्टी का उपयोग किया जा रहा है यह सड़क बैजनपाठ पहुंचविहिन क्षेत्र से खोहिर गांव में जुड़ने के लिए बनाया जा रहा है लेकिन एजेंसी द्वारा करोड़ों की लागत से कराया जा रहे हैं काम में मनमानी के चलते गुणवत्ता हीन सामग्री का उपयोग कर शासन प्रशासन को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है बता दें कि सड़क निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार का मामला दिखा जा रहा है
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण में ना ही अच्छी क्वालिटी की सीमेंट से ढलाई की जा रही है नहीं अच्छी क्वालिटी का गिट्टी डाली जा रही है ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सड़क कार्य में बेहद ही घटिया क्वालिटी के मटेरियल का उपयोग एजेंसी द्वारा किया जा रहा है जो एजेंसी के भ्रष्टाचारी की कमीशन खोरी को उजागर कर रहा है। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से पूरा मार्ग बर्बाद हो रहा है और जो मरम्मत किया जा रहा है वही भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ रहा है।
गांव के सरपंच को भी मिला डिप्टी रेंजर द्वारा धमकी
गांव के सरपंच फुलसाय ने बताया कि डिप्टी रेंजर द्वारा बताया गया कि राशि कम पड़ने की वजह होने के कारण हाथ का तोड़ा गिट्टी लगाया जा रहा है । तो वही सरपंच द्वारा बताया गया कि रोड बनते ही उखड़ना चालू हो गया है सरपंच द्वारा विरोध किया गया तो डिप्टी रेंजर द्वारा बोला गया कि हाथ का तोड़ा हुआ लोकल गिट्टी नहीं लगने देंगे तो हम काम बंद कर देंगे। जहां आप के गांव का सड़क नहीं बन पाएगा। यह सड़क गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान द्वारा बनाया जा रहा है जो कि आप विरोध करेंगे तो इस सड़क को नहीं बनाएंगे ना तो बनने देंगे कभी।
वही गांव के ग्रामीण राम मनोहर सिंह मरकाम ने बताया कि एजेंसी द्वारा बोला जाता है कि 10 तगाड़ी रेता 12 तगाड़ी हाथ का तोड़ा हुआ गिट्टी वह दो तगाड़ी सीमेंट डाला जा रहा है वही उनके द्वारा बताया गया कि 10 महीना पूर्व ग्रामीणों द्वारा घाट कटिंग के समय कार्य किया गया था जो कि आज तक 10-12 ग्रामीणों का काम का मजदूरी भुगतान नहीं किया गया वही अभी भी घाट कटिंग आधा अधूरा पड़ा हुआ है राम मनोहर द्वारा ने बताया गया कि लगभग लागत 8 से 10 लाख लगा है वही गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैजन पाठ सड़क एजेंसी द्वारा लगभग 24 लाख रुपेय निकाला गया है। जिसमें फर्जी मस्टरोल भरकर मजदूरी की भुगतान आहरण कर लिया गया है मजदूरों के नाम ना भर के दूसरे ग्रामीणों का मास्टर रोल में नाम भरकर बंदरबांट किया जा रहा है
वही गांव के ग्रामीण भगवान सिंह ने बताया कि मजदूरों द्वारा गिट्टी तोड़वा कर सीसी रोड में भलाई का कार्य कराया जा रहा है जो कि यह रोड बहुत ही जल्द टूट जाएगा।
क्षेत्र के ग्रामीण तुलसीराम जायसवाल का कहना है कि आज हम लोग बैजन पाठ में जो सड़क बन रहा है उसको देखने गए तो वहां पर देखा गया कि हाथ का तोड़ा हुआ बड़ा बड़ा गिट्टा मिला और एक ओर सड़क बन रहा है तो वहीं दूसरी ओर सड़क टूटना भी चालू हो गया है
गुरु घासी दास राष्ट्रीय उद्यान डिप्टी रेंजर हमेशा रहते हैं विवादित
गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के डिप्टी रेंजर हमेशा विवादित में रहने वाले डिप्टी रेंजर हैं इनके ऊपर कई आरोप लग चुके हैं वही महुली के लकड़ी तस्कर द्वारा बताया गया था कि डिप्टी रेंजर को 15 हजार प्रति महीना देता हूं इसके बाद लकड़ी तस्करी कर मध्यप्रदेश में बिक्री करता हूं। तो वहीं रसौकी रोड पर स्थित रपटा पुल बनाया जा रहा था तो जिसमें डिप्टी रेंजर द्वारा लोकल गिट्टी से कार्य कराया जा रहा था जिसका फोटो खींचने पर वेब पोर्टल के पत्रकार को धमकी देते हुए हाथा बाही कर मोबाइल लूटने का प्रयास किया गया था। खुलेआम धमकी दिया गया था कि हम गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान के कार्य में कितना ही घटिया कार्य करवाएं लेकिन आप फोटो नहीं खींच सकते हैं नहीं समाचारों में प्रकाशित कर सकते हैं जिसका शिकायत लिखित में स्थानीय पत्रकार द्वारा मोहरसोप चौकी में किया गया है डिप्टी रेंजर पर कार्यवाही नहीं होने पर हौसला बुलंद है हमेशा मनमानी कार्य कराते रहते हैं