
चार महीने बाद खुला आंगनबाड़ी का ताला
अधिकारी कर रहे क्षेत्र का भ्रमण, 2 कुपोषित बच्चे एन आर सी में कराए गए भर्ती
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश के प्रमुख छत्तीसगढ़ सूरजपुर आज 28 जुलाई 202को जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों को सोमवार से खोल दिया गया है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद 22 मार्च काे बंद हुई आंगनबाड़ी के ताले पूरे चार महीने बाद खुले हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों को खोलने से पूर्व जिले के समस्त केंद्रों को पूरी तरह सेनिटाइज कर व्यवस्थित किया गया है। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री चंद्रबेश सिंह सिसोदिया ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में 3 से 6 वर्ष तक के बच्चोें की पाठशाला 2 अगस्त से लगेगी जबकि शिशुवती महिलाओं, गर्भवती महिलाओं को पहले की तरह ही उनके घर तक रेडी-टू-ईट पहुंचाया जाएगा। साथ ही 3-6 वर्ष के बच्चों को 15-15 की संख्या में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केंद्र में पोषण आहार का वितरण व अन्य गतिविधियां कराई जा रही हैं।
टाइम टेबल में बदलाव नहीं
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री चंद्रबेश सिंह सिसोदिया ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र खुलने की समय सारिणी में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है। पहले की तरह ही सुबह 9:30 बजे से 3:30 बजे तक खुलेगी। इस बीच 3 से 6 वर्ष के बच्चों को केंद्रों में पोषण आहार वितरण के साथ अन्य गतिविधियां कराई जाएंगी।
केंद्र खुलने से उत्साह
ग्रामीणों सहित बच्चों के चेहरे पर आंगनबाड़ी केंद्रोेें के खुलने को लेकर उत्साह दिख रहा है। सोमवार को बच्चों को तिलक व आरती कर आंगनबाड़ियों में प्रवेश दिया गया, साथ अन्य विंभिन्न तरीको से बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया है। हालांकि बच्चोें को कोरोनाकाल में सुरक्षित पोषण आहार का वितरण व शिक्षा, खेलकूद जैसी गतिविधियां कराना चुनौती भरा होगा। इसके लिए कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को सक्रिय रहकर कार्य करने कहा है एवं सभी केंद्रों में कोरोना गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करने निर्देश जारी किए हैं।
क्षेत्र भ्रमण कर अधिकारी कर रहे समस्याओं का निराकरण
जिला कार्यक्रम अधिकारी के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी क्षेत्रों का भ्रमण कर बच्चों व महिलाओं से जुड़ी समस्याओ का निराकरण कर रहे हैं। इस कड़ी में परियोजना अधिकारी सूरजपुर दीपा बैरागी ने उचडीह में कार्यक्रताओं के कार्यो की समीक्षा करते हुए गंभीर कुपोषित बच्ची बसंती के घर गृह भेंट कर दवा दिया गया एवं माता को सही देख रेख के लिए जानकारी दी गयी है। इसके साथ ही सेक्टर कुंरवां ग्राम सपकरा में कुपोषित पाए गए 2 बच्चों को एनआरसी बिश्रामपुर में भर्ती कराया गया है।