छत्तीसगढ़राज्यसूरजपुर

नगर के सबसे ब्यस्थतम मार्ग जिस पर स्वच्छता मिशन एवम स्वक्षता सर्वेक्षण का कोई असर नहीं

नगर के सबसे ब्यस्थतम मार्ग जिस पर स्वक्षता मिशन एवम स्वच्छता सर्वेक्षण का कोई असर नहीं

WhatsApp Image 2025-10-31 at 2.58.20 PM (1)
WhatsApp-Image-2025-10-31-at-2.41.35-PM-300x300

गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख सीजी बिश्रामपुर-नगर का एक ऐसा वीआईपी ब्यस्थतम मार्ग है जिसपर स्वच्छता मिशन व स्वक्षता सर्वेक्षण का दूर दूर तक को असर नहीं दिख रहा है। सड़क के दोनो तरफ गंदगी का आलम यह है कि आने जाने वाले लोग नाक मुंह बंद कर ही गुजरते है।
जानकारी के अनुसार उक्त मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग बिश्रामपुर अंबेडकर चौक से स्टेट बैंक होते हुए कालोनी की ओर जाती है।इस मार्ग में अंबेडकर चौक से ले कर एसईसीएल प्रोजेक्ट ऑफिस तक सड़क के दोनो तरफ़ गंदगी पसरा हुआ है।यही नहीं गंदगी से उठने वाला दुर्गंध आने जाने वालों के लिए दुस्कर भरा काम काम है परंतु इस ओर सबंधित विभाग का ध्यान नहीं जा रहा है जिससे नगर का सबसे प्रदूषित सड़क मार्ग यह बन गई है ।

दुर्ग जिले के सिंचाई परियोजनाओं के लिए 11 करोड़ रूपए स्वीकृत।

नगर का यह वीआईपी सड़क मार्ग है जिससे महाप्रबंधक सहित चार बार गुजरते है सभी अधिकारी
नगर का यह वीआईपी मार्ग इस लिए कहा जाता है कि इस मार्ग से एसईसीएल बिश्रामपुर के महाप्रबंधक सहित सभी अधिकारी कर्मचारी प्रति दिन चार चक्कर लगाते है। आम नागरिक भी स्टेट बैंक अपने आवश्यक कार्य के लिए आता जाता है परंतु इसकी साफ सफाई की किसी की चिंता नहीं है। अधिकारी या अन्य चार चक्के वाहन मालिक इस मार्ग में प्रवेश करते ही ही वाहन का शीशा बंद कर निकल लेते है जबकि दो पहिए वाहन चालकों व पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

mantr
66071dc5-2d9e-4236-bea3-b3073018714b

दो निकाय एवम एसईसीएल कंपनी होने के बाद भी सफाई नहीं
यूं तो यह सड़क मार्ग एसईसीएल की भूमि ग्रामपंचायत शिवनंदनपुर एवम बिश्रामपुर के दायरे में आती दो निकायो एवम एसईसीएल का सिविल विभाग नगर की सफाई का लंबी लंबी बाते करता है इनकी पूरे सफाई के दावे का पोल खोल कर रख देता है।इस मार्ग पर स्वक्षता मिशन व स्वक्षता सर्वेक्षण पूरी तरह फेल है।

मुर्गा मछली विक्रेताओं द्वारा फलाए जा रहा गंदगी
ग्रामपंचायत के अंतर्गत आने वाली साप्ताहिक बाजार में नियमित मुर्गा मछली का व्यवसाय करने वाले व्यवसायियों द्वारा मुर्गा मछली के बचे अवशेषों को इस मार्ग के दोनो तरफ फेक दिया जाता है जो सड़कर दुर्गंध फैल रही है।दुकानदारी को लाख समझाइस के बाद भी दुकानदार नहीं समझ पा रहे है।

धार्मिक भावनाएं होती है आहत लोगो ने मछली मुर्गा मार्केट हटाने की रखी मांग
सड़क से 50 मीटर की दूरी पर हनुमान मंदिर स्थित है मुर्गा मछलियों का दुकानदारों द्वारा फेका गया अवशेष उड़कर मंदिर तक पहुंचता यही नहीं जानवरो व कौवा द्वारा मंदिर तक ले कर पहुंचते है जिससे लोगो की भावनाएं आहत हो रही। स्थानीय लोगो ने सुरजपुर कलेक्टर से मछली मुर्गा की दुकानें बाजार से हटाने की मांग की है।

दुर्ग जिले के सिंचाई परियोजनाओं के लिए 11 करोड़ रूपए स्वीकृत।

आदिवासी कला-संस्कृति के प्रदर्शन के साथ ट्रांसजेंन्डर्स का रैम्प वॉक

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने दुर्घटनाजन्य स्थानों पर लगाए जा रहे रिफलेक्टर, जिले के प्रमुख राजमार्गों पर किया गया फोकस।

Ashish Sinha

e6e82d19-dc48-4c76-bed1-b869be56b2ea (2)
WhatsApp-Image-2025-09-23-at-1.09.26-PM-300x300
IMG-20250923-WA0360-300x300
WhatsApp-Image-2025-09-25-at-3.01.05-AM-300x298
BackgroundEraser_20250923_132554448-1-300x298
WhatsApp Image 2025-11-23 at 11.25.59 PM

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!