
ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन
ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन
रक्तदान करना एक नया जीवन देना होता है- डॉक्टर सर्वथा पांडे
गोपाल सिंह विद्रोही विश्रामपुर- ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति द्वारा रक्त शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें आम जनों द्वारा बढ़-चढ़कर रक्तदान किया गया.
इस कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानी सरदार भगत सिंह की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉक्टर सर्वथा पांडे ने कहा कि रक्त दान करना अर्थात एक नए जीवन देना होता है। आप यदि रक्त दे रहे हैं तो किसी न किसी व्यक्ति को जीवन दान दे रहे हैं।रक्त दान हर व्यक्ति को अपने जीवन में करना ही चाहिए ।रक्त देने वाला व्यक्ति के अंदर 24 घंटे के अंदर उतना ही बिना किसी तकलीफ के रक्त बन जाता है और शरीर स्वस्थ भी रहता है।
स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिश्रामपुर के सभागार में आयोजित इस रक्तदान शिविर में ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति के सदस्यो , स्वास्थ्य कर्मचारीयो, स्थानिय लोगो के द्वारा रक्तदान किया गया। ऊँ साई रक्तदाता सेवार्थ समिति की अध्यक्ष भूषण सूर्यवंशी ने अपने समिति द्वारा शिविर के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विगत आठ वर्षों से सरगुजा संभाग में अनेको शिविर लगाकर 3,00,0 से अधिक लोगो द्वारा रक्त दान कर जरूरतमंदो को रक्त उपलब्ध कराया जा चुका हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि गोपाल सिंह विद्रोही ने ओम साईं रक्तदाता सेवार्थ समिति से आग्रह किया कि आप सब दुरस्त ग्रामों में शिविर का आयोजन करें तथा ग्रामीणों में जागरूकता लाएं ताकि ग्रामीणों में रक्त देने की स्वभाविक रूप से आदत बन सके क्योंकि ग्रामीणों मे अभी भी की कमी है । जागरूकता के अभाव में ग्रामीण रक्त देने में अभिरुचि नहीं दिखाते हैं,। इस अवसर पर डॉ विकास पाण्डेय, डॉ. सिद्धार्थ बनर्जी आदि ने भी रक्तदान करने के लिए आम जनों से आह्वान किया। रक्तदान शिविर में शामिल होने वाले रक्तदाता बंधुओं को समिति की ओर से प्रमाण व स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम को सफल संचालन समिति के उपाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद राजवाडे ने किया ।रजवाड़े संचालन करते हुए समिति के कार्यक्रम की रूपरेखा पर पर प्रकाश डाला। इस आयोजन को सफल बनाने में कन्हैया दास, , कार्यकारी अध्यक्ष विनोद शाह, कोषाध्यक्ष रवि करण, जावेद अंसारी ,संगठन सचिव कन्हैया दास, अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज से आई रीता थामस ,लैब टेक्नोलॉजी स्ट ,सुनील कुजुर, सुमन सिंह सहित मीनू राय, मनोज लहरें, उमा देवी, देव कुमारी आदि का योगदान था।