
कोरबा/कटघोरा :- छत्तीसगढ़ प्रदेश के तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जे.पी.उपाध्याय जी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 45 वर्ष से कम उम्र के शिक्षकों एवं कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन लगाने हेतु निर्देशित करने की मांग की है। कोरोना ड्यूटी में लगे 45 वर्ष से कम आयु के कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के बाद ही कोरोना ड्यूटी का दायित्व दिया जाए
संक्रमण की रोकथाम हेतु कर्मचारीयों की ड्यूटी अस्पताल , श्मशानघाट, वैक्सीनेशन सेंटर,रेलवे स्टेशन,बस स्टैंड ,चेक पोस्ट , कान्ट्रेक्ट ट्रेसिंग कोविड सेंटर ,कोरोना सेंटर रेसिंग आदि मे लगाया गया है कर्मचारी बढ़ते संक्रमण को देख अपनी जान को जोखिम में डालकर पूरी ईमानदारी से अपनी ड्यूटी कर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं यह आश्चर्यजनक विषय है कि कोरोना की ट्रेसिंग के लिए जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है उनकेे लिए वैक्सीन या टीकाकरण का कोई प्रमाणिक नियम नहीं है अतः आवश्यक रूप से आयु बंधन समाप्त कर टीकाकरण के बाद ही कर्मचारियों को कोरोना ड्यूटी में आबद्ध किया जाए एवं रोटेशन के आधार पर कर्मचारियों को कार्य पर लगाई जाए साथ ही इन्हें कोरोनावारियर्स भी प्रदान किया जाए मृत कर्मचारियों के परिवार को अनुकंपा नियुक्ति तत्काल प्रदान करें एवं अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में शिथिलता भी प्रदान करें।
उपाध्याय जी ने यह भी कहा जिला शिक्षा अधिकारी की तानाशाही रवैया स्पष्ट हो रही है शासन के निर्देशों का अवहेलना करते हुए 55 वर्ष की आयु एवं गर्भवती महिलाओं को कार्य से मुक्त रखना है किंतु श्री सतीश पांडे जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा तानाशाही रवैया अपनाकर कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं जिसके कारण कर्मचारियों में भय व्याप्त है और दबाव पूर्ण कार्य कराया जा रहा है चेक पोस्ट में लगे हुए कर्मचारियों को भी रोटेशनके आधार पर कार्य करने के लिए आदेशित करना उचित होगा हम कर्मचारी वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए तन मन धन से कार्य कर रहे हैं।
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