रायपुर

स्वास्थ्य सेवाएं देने पर मोरगा पीएचसी को मिला गुणवत्ता प्रमाण पत्र

कोरबा (वीएनएस)। कलेक्टर  संजीव झा के नेतृत्व में जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही है। इसी तारतम्य में कोरबा जिले के दूरस्थ वनांचल में भी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरगा को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण पत्र प्रदान किया है।

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की विशेषज्ञों की टीम ने मोरगा पीएचसी में उपलब्ध सेवाओं के परीक्षण के बाद गुणवत्ता प्रमाण-पत्र के लिए चयन किया गया है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र प्रदान करने के पहले विशेषज्ञों की टीम द्वारा मोरगा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में विभिन्न मानकों जैसे संस्था द्वारा सेवा प्रदायगी, मरीज संतुष्टि, क्लीनिकल सर्विसेस, संक्रमण नियंत्रण, सपोर्ट सेवाएं, गुणवत्तापूर्ण प्रबंध एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन का मूल्यांकन किया गया। विशेषज्ञों द्वारा मरीजों के लिए अस्पताल में उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता के परीक्षण में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरगा को मूल्यांकन में खरा उतरने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण-पत्र जारी किया गया हैं।

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

मोरगा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले के दूरस्थ क्षेत्र के लगभग 35 गांवों के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा दे रहा है। सूरजपुर तथा कोरिया जिले की सीमा पर स्थित गांव के लोग भी बीमार होने पर इसी स्वास्थ्य केन्द्र से ईलाज कराते हैं। इस स्वास्थ्य केन्द्र की प्रतिदिन औसत ओपीडी लगभग 30 से अधिक है। अस्पताल में डॉक्टर सहित पैरामेडिकल स्टाफ पदस्थ हैं। मोरगा का स्वास्थ्य केन्द्र रात में भी मरीजों को ईलाज की सुविधा देता है। यहां दस बिस्तर वार्ड में भर्ती की सुविधा भी उपलब्ध है। अस्पताल में उत्तम प्रसव सुविधा भी उपलब्ध हैं।

इसके साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र की जांच प्रयोगशाला में खून और पेशाब की जांच की जाती है। मरीजों की आवश्यकतानुसार किट आधारित जांच में हिमोग्लोबिन, हेपेटाइटिस बी, टायफाइड, डेंगु, मलेरिया से लेकर शुगर, यूरिन एल्ब्यूमिन और प्रेग्नेंसी टेस्ट भी प्रयोगशाला में किया जाता है। डॉ. खूबंचद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत भी इस स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों का बड़ी संख्या में निःशुल्क ईलाज किया जा रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में इन सुविधाओं की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के बाद ही गुणवत्ता आश्वासन प्रमाण पत्र जारी किया है।

 

Pradesh Khabar

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!