
New Ministers in Modi Cabinet : 43 मंत्रियों में से 32 चेहरे ऐसे जिनको पहली बार कैबिनेट में मिली जगह
New Ministers in Modi Cabinet : मंत्रियों के विभागों का एलान, शाह को बड़ी जिम्मेदारी, जानें- किसे मिला कौन सा मंत्रालय
Modi Cabinet Expansion 2021: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कुल 43 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस विस्तार में 15 सांसदों ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली जबकि 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं। नई कैबिनेट में जानें किसे क्या मिली जिम्मेदारी…
कैबिनेट में 43 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई
ज्योतिरादित्य सिंधिया, नारायण राणे और सर्बानंद बने मंत्री
उत्तर प्रदेश से 7 नेताओं को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिली
PM Modi allocated Ministry of Personnel, Public Grievances & Pensions, Amit Shah – Minister of Home Affairs & Minister of Cooperation, Rajnath Singh allocated Minister of Defence, Nirmala Sitharaman allocated Minister of Finance & Minister of Corporate Affairs: Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/qICSmJGPrl
— ANI (@ANI) July 7, 2021
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अगुवाई वाली सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिपरिषद विस्तार (Modi Cabinet Expansion) में मंत्री बनने वाले कुल 43 नेताओं में 32 ऐसे चेहरे हैं जो पहली बार केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी निभाएंगे. ऐसे नेताओं में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, JDU अध्यक्ष आरसीपी सिंह, भाजपा के महामंत्री भूपेंद्र यादव और लोक LJP के पारस गुट के नेता पशुपति कुमार पारस प्रमुख हैं.
इन पर दारोमदार (कैबिनेट मंत्री)
1- राजनाथ सिंह : रक्षा मंत्रालय
2- अमित शाह : गृह मंत्रालय, को-ऑपरेशन मिनस्ट्री
3- नितिन गडकरी : सड़क, परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय
4- निर्मला सीतारमण: वित्त मंत्रालय, कॉरपोरेट अफेयर्स
5- नरेंद्र सिंह तोमर- कृषि मंत्रालय
6- एस जयशंकर- विदेश मंत्रालय
7- अर्जुन मुंडा- जनजातीय मामले
8- स्मृति ईरानी-महिला एवं बाल विकास मंत्रालय,स्वच्छ भारत मिशन
9- पीयूष गोयल – वाणिज्य उद्योग, खाद्य वितरण, कपड़ा मंत्रालय
10 – धर्मेंद्र प्रधान – शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्रालय
11- प्रह्लाद जोशी – संसदीय कार्य मंत्रालय, कोल एंड माइंस भी
12- नारायण राणे – सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग
13- सर्बानंद सोनोवाल: आयुष मंत्रालय, उत्तर-पूर्व के मामले भी
14- मुख्तार अब्बास नकवी- अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय
15- विरेंद्र कुमार – सामाजिक न्याय
16- गिरिराज सिंह: ग्रामीण विकास मंत्रालय
17- ज्योतिरादित्य सिंधिया: नागरिक उड्डयन मंत्रालय
18- रामचंद्र प्रसाद सिंह – स्टील
19- अश्विनी वैष्णव – रेल, आईटी के साथ संचार मंत्रालय
20- पशुपति पारस : खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय
21 – गजेंद्र सिंह शेखावत – जलशक्ति मंत्रालय
22 – किरन रिजिजू : संस्कृति मंत्रालय
23 – राजकुमार सिंह – ऊर्जा
24- हरदीप सिंह पुरी – पेट्रोलियम मंत्रालय
25- मनसुख मंडाविया – स्वास्थ्य मंत्री
26- भूपेंद्र यादव: श्रम मंत्रालय
27- डॉ. महेंद्र नाथ पांडे – भारी उद्योग
28- पुरुषोत्तम रूपाला: डेयरी और फिशरीज मंत्रालय
29- जी किशन रेड्डी – संस्कृृति, पर्यटन, पूर्वाेत्तर क्षेत्र
30- अनुराग ठाकुर: सूचना प्रसारण, खेल एवं युवा
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
1- राव इंद्रजीत सिंह, योजना, कॉरपोरेट
2- डॉ. जितेंद्र सिंह विज्ञान एंड तकनीकी, पृथ्वी विज्ञान
राज्य मंत्री के तौर पर इन्हें मिली यह जिम्मेदारी
1- श्रीपद येसो नायक – पोत, शिपिंग एवं टूरिज्म
2- फग्गन सिंह कुलस्ते – स्टील, ग्रामीण विकास
3- प्रह्लाद सिंह पटेल – जल शक्ति, फूड प्रोसेसिंग
4- अश्विनी कुमार चौबे- उपभोक्ता, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन
5- अर्जुन मेघवाल – संसदीय मामले, संस्कृति
6- वीके सिंह – सड़क परिवहन एंड हाईवे, नागरिक विमानन
7- कृष्ण पाल- ऊर्जा, भारी उद्योग
8- दानवे रावसाहब दादाराव- रेलवे, कोल एंड माइंस
9- रामदास अठावले – सामाजिक न्याय
10- साध्वी निरंजन ज्योति- उपभोक्ता मामले, ग्रामीण विकास
11- संजीव बालियान- मत्स्य, एनिमल हस्बैंड्री, डेयरी
12- पंकज चौधरी- वित्त
13- अनुप्रिया पटेल- वाणिज्य एवं उद्योग
14- एसपी सिंह बघेल – लॉ एंड जस्टिस
15- राजीव चंद्रशेखर- स्किल डेवलपमेंट, सूचना तकनीक
16- शोभा करंदलजे- कृषि एवं किसान कल्याण
17- भानु प्रताप वर्मा- लघु, मध्यम
18- दर्शना जरदोश- कपड़ा, रेलवे
19- वी मुरलीधरन- विदेश, संसदीय कार्य
20- मीनाक्षी लेखी- विदेश, संस्कृति
21- सोम प्रकाश- वाणिज्य एवं उद्योग
22- रेणुका सिंह- जनजातीय मामले
कद्दावर रहे लेकिन केंद्र में पहली बार
नारायण राणे- कभी शिवसेना के बड़े नेता रहे राणे 1999 में करीब 9 महीने तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. बाद में कांग्रेस में शामिल हुए और महाराष्ट्र सरकार में राजस्व मंत्री रहे. साल 2017 में वह भाजपा में शामिल हुए और कुछ समय बाद राज्य सभा सदस्य बने. वह पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
आरसीपी सिंह- JDU के अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं. राज्य सभा सदस्य अपनी पार्टी के कोटे से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में इकलौते सदस्य हैं. पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे सिंह कुछ महीने पहले ही JDU के अध्यक्ष बने थे.
भूपेंद्र यादव- भाजपा के कद्दावर नेता और पार्टी की चुनावी रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भूपेंद्र यादव भी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं. वह पेशे से वकील हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं.
पशुपति पारस- LJP (पारस गुट) के नेता पशुपति पारस भी पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल हुए हैं. इससे पहले उनके भाई रामविलास पासवान मोदी सरकार में मंत्री थे जिनका पिछले साल निधन हो गया था.
इनको भी मिला पहली बार मौका
एसपी सिंह बघेल, अश्विनी वैष्णव (रिटायर्ड IAS अधिकारी), राजीव चंद्रशेखर, शोभा कारंदलाजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शना जारदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, कौशल किशोर, बीएल वर्मा, अजय भट्ट, अजय कुमार, चौहान देवूसिंह, भगवंत खूबा, भारती पवार, पंकज चौधरी, शांतनु ठाकुर, मुंजपारा महेंद्रभाई, एल मुरुगन, निशीत प्रमाणिक, ए नारायणस्वामी, कपिल पाटिल, राजकुमार रंजन सिंह, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराड, बिश्वेसर टुडू और जॉन बारला भी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं.
ये पहले भी रहे हैं मंत्री
जिन मंत्रियों ने बुधवार को शपथ ली उनमें डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, किरेन रिजिजू, आरके सिंह, हरदीप पुरी, मनसुख मनडाविया, पुरुषोत्तम रुपाला, जी किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर और अनुप्रिया पटेल ही ऐसे मंत्री हैं जो पहले भी केंद्रीय मंत्री के दायित्व का निर्वहन कर चुके हैं.
30 मंत्री लोक सभा और 11 राज्य सभा के सदस्य
नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिपरिषद विस्तार में शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोक सभा और 11 राज्य सभा के सदस्य हैं. इसके साथ ही, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन दो ऐसे मंत्री हैं जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. सोनोवाल फिलहाल असम विधान सभा सदस्य हैं. इस मंत्रिपरिषद विस्तार में कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गए हैं.
राज्य सभा से मंत्रिमंडल में
राज्य सभा के जिन सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नारायण नारायण राणे, JDU अध्यक्ष आरसीपी सिंह, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, हरदीप पुरी, मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रुपाला शामिल हैं. भाजपा के ही राजीव चंद्रशेखर, बीएल वर्मा, भागवत कराड को राज्य मंत्री बनाया गया है और ये तीनों मंत्री राज्य सभा के सदस्य हैं.
लोक सभा सदस्य मंत्रिमंडल में
लोक सभा के जिन सदस्यों को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है उनमें भाजपा के डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, किरेन रिजिजू, आरके सिंह, जी किशन रेड्डी और अनुराग ठाकुर औप लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) के नेता पशुपति कुमार पारस शामिल हैं. इनके अलावा, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, भाजपा के एसपी सिंह बघेल, शोभा कारंदलाजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शना जारदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, कौशल किशोर, अजय भट्ट, अजय कुमार, चौहान देवूसिंह, भगवंत खूबा, भारती पवार, पंकज चौधरी, शांतनु ठाकुर, मुंजपारा महेंद्रभाई, निशीथ प्रामाणिक, ए नारायणस्वामी, कपिल पाटिल, राजकुमार रंजन सिंह, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराड, बिश्वेसर टुडू और जॉन बारला भी लोक सभा सदस्य हैं जो राज्य मंत्री बने हैं.
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