
हठ योगी नागा साधु का खड़े रहने का 1 वर्ष पूर्ण होने पर दुर्गा सप्तशती का आयोजन 5 वर्ष खड़े रहने का लिए है संकल्प
हठ योगी नागा साधु का खड़े रहने का 1 वर्ष पूर्ण होने पर दुर्गा सप्तशती का आयोजन 5 वर्ष खड़े रहने का लिए है संकल्प
भक्तों का लगा है तातां
गोपाल सिंह विद्रोही/बिश्रामपुर – हठ योगी नागा साधु ने 5 वर्षों तक रात दिन निरंतर खड़े रहने का संकल्प ले कर एक वर्ष पूर्ण 1 किया। एक वर्ष पूर्ण होने पर ग्रामीणों ने दुर्गा सप्तशती का भव्य आयोजन किया है जिसमे श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
जानकारी के अनुसार अपनी माता की आकस्मिक निधन से परेशान एवं बीकॉम तक की शिक्षा ग्रहण करने वाला एक युवा सांसारिक जीवन से मोहभंग हो कर हिंदू धार्मिक स्थल प्रयागराज मे अपना जीवित रहते हुए पिंड दान कर जूना अखाड़ा मे विधि विधान एवं वैदिकमंत्र उच्चारण के बीच जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरी से दीक्षा ग्रहण कर नागा महंत बन गए ।सांसारिक जीवन से मोहभंग हो कर प्राणी जगत के लिए कुछ कर गुजरने की मन में ठानी, इसी कड़ी में बिश्रामपुर से 6 किलोमीटर दूर ग्राम रुनियाडीह जो पवित्र रेणुका नदी तट स्थित यहा भगवान शिव मंदिर परिसर में 24 घंटे 5 वर्ष तक खड़े रहने का संकल्प लेकर अपनी धूमि प्रारंभ कर दी। पिछले चैत्र नवरात्र विक्रम संवत 2079 कृष्ण पक्ष को अपनी तपस्या प्रारंभ की जो हिंदू नूतन वर्ष प्रतिपदा विक्रम संवत 2080 कृष्ण पक्ष दिवस को 1 वर्ष पूर्ण हो गया। एक वर्ष पूर्ण होने पर क्षेत्रवासियों ने दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रारंभ कर दिया है, जिसमें भक्तों की भीड़ उमड़ रही है।
दुर्गा सप्तशती कार्यक्रम में मैहर क्षेत्र खलौन्ध धाम से पधारे पंडित श्री ऋतुराज तिवारी यज्ञ आचार्य के द्वारा पूजन एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जा रहा है साथ ही यज्ञ पूजन में सहयोगी पंडित सतीश दुबे सहित नंदू रजवाड़े, विनय तिवारी, उपेंद्र दुबे, अंकुर त्रिपाठी, शोभित राम ,सावित्री देवी ,कुमारी देवंती, विफल राम, भुनेश्वर रजवाड़े, हेमंत कुमार, गिरवर प्रसाद, गोपाल, आलम साय, फूलमेत आदि भक्तगण यज्ञ में अपना विशेष सहयोग प्रदान कर रहे हैं ।
अधूरा शौचालय का उपयोग बढ़ाया मुसीबत
नर्वदेश्वर शिव मंदिर परिसर में पैसे के अभाव में शौचालय आधा अधूरा पड़ा हुआ है जिसका निर्माण अति शीघ्र जरूरी है। संत एवं पंडितों के आने का सिलसिला जारी है परंतु यहां सुलभ शौचालय नहीं रहने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मंदिर एवं यज्ञ से जुड़े भक्तों ने संवेदनशील कलेक्टर इफ़्फत आरा से आधे अधूरे शौचालय को पूर्ण करने की मांग की है।