
रेहर – गायत्री सड़क एकांगी मार्ग में कनेर की झाड़ी एवं गड्ढों से हो रही है दुर्घटनाएं
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख छत्तीसगढ़ विश्रामपुर– बिश्रामपुर रेहर -गायत्री सड़क एकांगी सड़क मार्ग के किनारे कनेर की झाड़ियां सड़क में आ जाने से आए दिन राहगीर चोटिल हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राज्य मार्ग 43 से जुड़ी रेहर- गायत्री विश्रामपुर मार्ग में ग्राम पंचायत कुरुवा के समीप सड़क किनारे किसानों ने अपने फसल के बचाव के लिए कोनेर की झाड़ियां लगाई है जो बड़ा होकर एकांगी मार्ग पर पहुंच गया है।
जिससे सड़क पर एक छोर से दूसरे छोर वाहन चालको एवं राहगीरों को सामने की आती वाहने नहीं दिखती है ।जिससे आए दिन दुर्घटना हो रही है। इस ओर न तो ग्राम पंचायत कुरुवा का ध्यान है और न ही एसईसीएल बिश्रामपुर प्रबंधन का। यहां बताना आवश्यक है कि विश्रामपुर रहे – गायत्री मार्ग एकांगी मार्ग है। जिसमें बहुत मुश्किल से वाहनों का आवाजाही हो पाती है। इस मार्ग पर दो पहिया वाहन चालकों के लिए हमेशा ज्यादा खतरा बना रहता है ।हर महीने छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती है तथा गंभीर दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। उस वक्त और आशंका बन जाती है जब रेहर- गायत्री खदानों से कोयला का भारी भरकम वाहनों से परिवहन होने लगती है। सकरी एवं एकांकी मार्ग होने के कारण ग्रामीण और वाहन चालकों के बीच तू तू मैं मैं होती रहती है। पिछले वर्ष वाहन की चपेट में आने से एक किसान की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रक को आग के हवाले कर दिया था। ग्राम पंचायत कूरुवां एवं एसईसीएल प्रबंधन को चाहिए कि सड़क किनारे लगे कनेर की झाड़ियों और सड़क के दोनों किनारे हुए गड्ढे को समतलीकरण का कार्य प्रारंभ करें ताकि इस बरसात में कोई अनहोनी दुर्घटना घटित न हो सके