
संविदा कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से स्वास्थ्य विभाग हुआ बदहाल

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र में रात्रिकालीन होने वाले संस्थागत प्रसव बंद, बरसात में जल जनित बीमारी से लोगों को नहीं मिल पा रहा इलाज की सुविधा
बेमेतरा – छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर एक सूत्रीय माँग संविदा नियमितीकरण के माँग को लेकर 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार अब भी जारी हैं, जिलें के संविदा कर्मचारी तूता रायपुर धरना स्थल में हड़ताल में हैं, जिससे जिलें के विभिन्न विभाग में काम करने वाले संविदा कर्मचारी हड़ताल में चले जाने से शासन के लगभग सभी विभागों में काम प्रभावित हो रहा हैं। स्वास्थ्य विभाग पंचायत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं ग्रामीण विकास विभाग कृषि आत्मा, शिक्षा, स्वच्छ भारत अभियान प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना सहित सभी विभागों के कर्मचारियों द्वारा 3 जुलाई थे। अनिश्चितकालीन हड़ताल में चले गए हैं,
स्वास्थ्य विभाग में हड़ताल में चले जाने से पूरक पोषण आहार बंद हो गया हैं, साथ ही जिला क्षय नियंत्रण कार्यालय में टीबी का दवाई नहीं मिल रहा हैं, छत्तीसगढ़ एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल में चले जाने से मरीजों को मिलने वाला परामर्श एवं मरीजों को दवाई नहीं मिल पा रहा हैं। उसी तरह प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल में चले जाने से कार्य प्रभावित हो रहा हैं। वर्तमान समय में कृषि संबंधी कार्य अति आवश्यक है जिसमें कृषि आत्मा विभाग के संविदा कर्मचारियों के द्वारा हड़ताल में चले जाने से कार्य प्रभावित हो रहा हैं।
संविदा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम खून से लिखा पत्र संविदा नियमितीकरण – अपने हड़ताल पर सीएम का ध्यानकर्षण करने के लिए संविदा कर्मचारियों के द्वारा अपना खून निकालकर उस खून से संविदा नियमितीकरण पत्र लिखा गया, उस पत्र को सीएम को भेजा गया। ज्ञात हो कि संविदा कर्मचारियों द्वारा 3 जुलाई से अनिश्चत कालीन हड़ताल में जाने से आम लोगों के भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं, बहुत ही कम ही विभागों में ही नियमित कर्मचारी हैं। नियमित कर्मचारियों की संख्या कम होने के कारण सभी विभागों में संविदा कर्मचारी कार्य करते हैं, कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से बहुत से विभाग ताला बंद की स्थिति आ गई हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा संविदा कर्मचारियों को नियमितीकरण करने का वादा किया गया था, जो आज भी अधूरा हैं। संविदा कर्मचारियों द्वारा चुनावी वर्ष में वादा का याद दिलाने के लिए लगातार विभिन्न मंच के माध्यम से आवेदन निवेदन दिए गए हैं, उसके बाद भी संविदा कर्मचारियों का मांग अभी भी अधूरा हैं। इसलिए संविदा कर्मचारियों द्वारा अनिश्चित काल में जाने से शासन के विभागों में कार्य प्रभावित हो जाने से आम जनता को समस्या का सामना करना पड़ रहा हैं। तूता रायपुर धरना स्थल में 33 जिला के 45000 संविदा कर्मचारियों द्वारा अलग-अलग गतिविधियां कर आवेदन निवेदन किया गया था, शासन तक अपने बात रखने का प्रयास किया गया था, उसके बाद भी संविदा कर्मियों के मांगों को पूरा नहीं होने से अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार जारी हैं। कर्मचारियों का कहना हैं मांग जब तक पूरा नहीं होगा तब तक हड़ताल जारी रहेगा।












