
तीजा पोरा तिहार हमारी छत्तीसगढ़ संस्कृति की हैं धरोहर – आशीष छाबड़ा
बेमेतरा – विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत नगर बेरला में आयोजित तीजा पोरा तिहार एवं मातृशक्ति सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा शामिल हुए। सर्वप्रथम भगवान शिव शंकर की विधि विधान से पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किए। इस अवसर पर विधायक आशीष छाबड़ा ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कुशल नेतृत्व में राज्य सरकार छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तीजा पोरा तिहार हमारी छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार में से एक हैं। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने त्यौहारों जैसे तीजा, हरेली, कर्मा जयंती में शासकीय अवकाश घोषित कर लोगों को बड़ी सौगात दी हैं, इससे कामकाजी महिलाएं भी तीजा त्यौहार को अपने मायके में रहकर मना रही हैं। आज के वर्तमान परिवेश में जगह-जगह तीजा पोरा मिलन के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं, यह देखकर बड़ी प्रसन्नता होती हैं कि हम अपनी गौरवशाली परंपरा और संस्कृति से आज भी जुड़े हुए हैं और उसे आगे बढ़ा रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में बेहतर कार्य कर रही हैं, जिसके परिणाम स्वरूप हमारी माताएं-बहनें और बेटियां आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं और सभी क्षेत्रों में पुरूषों से कन्धे से कन्धा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने की दिशा में अनेक प्रयास कर रही हैं। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला स्व-सहायता समूहों, शिल्पकारों, बुनकरों, दस्तकरों, कुम्भकरों और अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों को एक ही छत्त के नीचे विक्रय करने के लिए सकारात्मक पहल की हैं। सी-मार्ट के माध्यम से गौठानों में कार्यरत महिला स्वसहायता समूह द्वारा तैयार विभिन्न तरह के उत्पाद समेत गांवों में बनने वाले अनेक तरह के उत्पादों को एक छत के नीचे बिक्री कर रहे हैैैं। सी-मार्ट महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों के लिए आत्मनिर्भर बनने की राह में मील का पत्थर साबित हो रहा हैं। छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी ग्राम योजना के तहत् निर्मित गौठानों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा हैैं। गांवों के मवेशियों के डे-केयर सेंटर के रूप में गांव-गांव में बनाए गए गौठनों में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन कर गौठान को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा हैैं। ग्रामीणों को उनके गांव में ही आजीविका के साधनों से जोड़कर उन्हें रोजगार और आय का जरिया उपलब्ध कराना रूरल इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने का उद्देश्य हैं। छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में स्थापित गौठान और गोधन न्याय योजना ने गांवों में स्वावलंबन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिला है। गौठान और गोधन की सफलता ने देश के सभी राज्यों का ध्यान छत्तीसगढ़ की ओर खींचा है, गोठानों में गोधन न्याय योजना के अंतर्गत खरीदे जा रहे गोबर से कम्पोस्ट खाद बनाने के साथ ही अन्य उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। ग्रामीण अर्थव्यवस्था और व्यवसाय को गति देने के लिए अब गोठानों में कृषि और लघु वनोपज के प्रसंस्करण की इकाईयां भी तेजी से स्थापित की जा रही हैं। बहुआयामी महत्वाकाक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी के अंर्तगत गोधन न्याय योजना से जिले के गौपालको किसानों और ग्रामीणों के लिये सार्थक हो रही हैैं। योजना का लाभ उठाकर किसान गौठानो में गोबर विक्रय कर रहे हैं, साथ ही गुणवक्ता युक्त वर्मी कम्पोस्त खाद अपने खेतों में डालकर खेतो की उर्वकता शक्ति भी बढ़ाने की ओर अग्रसर हैं। इस योजना से ग्रामीणों में काफी उत्साह हैैं, बारी के माध्यम से साग सब्जी के उत्पादन के साथ ही स्व:सहायता समूहों की महिलाओं आजीविका सवर्धन विविध गतिविधियां करते हुए वर्मी कम्पोस्ट खाद एवं गोबर के लकड़ा व दिये तैयार करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे हैं। मुख़्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत महिलाओं के लिये स्पेशल क्लीनिक दाई-दीदी क्लीनिक के माध्यम से सीधा लाभ हमारे दाई- दिदी बहनों को मिल रहा है,इस स्पेशल महिला मेडिकल मोबाईल क्लीनिक देश मे अपनी तरह की पहली अनूठी क्लीनिक हैं, इस क्लीनिक की गाड़ियों में केवल महिला मरीजो को हो निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रहा है, दाई-दीदी क्लीनिक गाड़ियों में केवल महिला स्टॉप तथा महिला डॉक्टर महिला लैब टेक्नीशियन एव महिला एएनएम ही कार्यरत हैं, इस क्लीनिक के शुरू होने से महिला श्रमिको एवं स्लम क्षेत्रो में निवासरत महिलाओं एव बच्चियों को अपने घर के निकट ही महिला डॉक्टरों के माध्यम से इलाज की सुविधा मिल रही हैं। राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में जनसरोकार के सभी आवश्यक कार्य कराए जा रहे हैं, आम लोगों पर केन्द्रित शासन की कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है, गांव और शहरों में लोगों की सुविधा के लिए सभी जरूरी विकास कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार पुरखो के बताए रास्ते पर चलकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोने का काम कर रही हैं, प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के प्राचीन परंपरा को नरवा, गरवा, घुरवा और बड़ी जैसे महत्त्वपूर्ण योजना के ज़रिए सहेजा जा रहा हैं। इस अवसर पर अवनीश राघव पूर्व अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, टीआर जनार्दन जिला उपाध्यक्ष, विजय पारख जिला उपाध्यक्ष, रामेस्वर देवांगन अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी बेरला, सुमन गोस्वामी अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, लुकेश वर्मा अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, कविता साहू अध्यक्ष जिला महिला कांग्रेस कमेटी बेमेतरा, शकुंतला मंगत साहू अध्यक्ष नगर पालिका परिषद बेमेतरा, हीरादेवी वर्मा अध्यक्ष जनपद पंचायत बेरला, रासबिहारी कुर्रे अध्यक्ष नगर पंचायत बेरला, भारतभूषण साहू उपाध्यक्ष नगर पंचायत बेरला, सविता हिरवानी, नेहा सुराना, राजेश दुबे, संदीप राजपुत, रवि परगनिया अध्यक्ष जिला किसान कांग्रेस, सूर्यप्रकाश शर्मा, तुम्मन साहू, ऋषि साहू, ललित विश्वकर्मा, मनोज शर्मा, मौजीराम साहू, ओनि महिलांग, रश्मि मिश्रा, रीना बघेल, ममता वर्मा, चितरेखा साहू, जनता साहू, जया साहू, रानी सेेेन, रीना साहू, अंबालिका साहू, सत्यभामा परगनिया, दुलारी वर्मा, रीता पाण्डे, सलमा बेगम, सुनील जैन, राजेश चंदेल, विवेक राजपुत, कमल साहू, जीवन साहू, सहदेव साहू, दिलहरण साहू, राजा साहू, आराधना पाण्डे, पी आर सिन्हा, मोहन हिरवानी, मिथलेश वर्मा, मोहित साहू, भगवत दास, रूपेंद्र पाटील, राजू साहू, रामसिंग वर्मा, हरसेवक सिन्हा, खिवराज धीवर, मन्नू निशाद, कुशाल नायक, रामखिलाव परगनिया, भागवत दास, ममता साहू, लोकनाथ यादव, प्रमोद गौसेवक, ओमप्रकाश साहू, चिंता कोशले, बीरेंद्र बरछीया, भारत तिवारी, चेतन बंजारे, अजय सेन, विक्की मिश्रा, शुभम वर्मा, अर्पित परगनिया, मोनल सिन्हा, ऋतिक तिवारी, प्रतिक दुबे, राकेश सोनी, विक्की द्विवेदी, जितेन्द्र जोशी, राजकुमार सेन, गुड्डू सेन, गोविंदा राजपूत, मनीष साहू, उमाकांत परगनिया, उमाशंकर पाटिल, परिक्षित पटेल सहीत बडी संख्या पदाधिकारीगण, सदस्यगण, महिला बहनेें उपस्थित रही।