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रेहर गायत्री भूमिगत खदान पहुंच मार्ग पर एसईसीएल द्वारा बनाई गई तीन करोड़ की लागत से बनी पुलिया

गोपाल सिंह विद्रोही,रिपोर्टर विश्रामपुर

विश्रामपुर -रेहर गायत्री भूमिगत खदान पहुंच मार्ग पर एसईसीएल द्वारा बनाई गई तीन करोड़ की लागत से बनी पुलिया के ऊपर फुटपाथ पर लोगों की आवाजाही के लिए बनाए गए है परंतु फुटपाथ पर जल शुद्धीकरण संयंत्र के द्वारा जलापूर्ति के लिए भारी भरकम पाईप बिछा दिए जाने से लोगों का आवाजाही ठप हो गया है जिससे आए दिन राहगीर सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। जिससे एसईसीएल प्रबंधन एवं स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।

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जानकारी के अनुसार एसईसीएल बिश्रामपुर वर्ष 2005 -6 में सीडीए मद से रेहर -गायत्री केतकी ,आमगांव खदानों से कोयला परिवहन एवं आम जनों के लिए तीन करोड़ की लागत से रेड नदी के रेहर गायत्री मार्ग पर पुल का निर्माण कराया था जिस पर नाबार्ड रीडफ प्रोजेक्ट के तहत स्थापित पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट छत्तीसगढ़ द्वारा हराटीकरा ग्रुप वाटर स्कीम के तहत 18 ग्रामों में जलापूर्ति के लिए ग्राम कुरुवा में जल शुद्धीकरण यंत्र क्षमता 50 एमएलडी की स्थापना पिछले 16 नवंबर 2017 से प्रारंभ हुई थी जिसकी पुण्यतिथि 31 मार्च 2020 का होना था समय एवं धन बचाने के चक्कर में विभाग ने एसईसीएल द्वारा बनाई गई 3 करोड़ की लागत से बनी उक्त पूल के फुटपाथ पर पाइप बिछा दी। मोटी मोटी पाइप बिछा दिए जाने से फुटपाथ अवरुद्ध हो गया है परिणामत: राहगीर फुटपाथ से नीचे पुल के ऊपर से आना जाना करते हैं जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। अब तक पुल के आसपास कई जाने जा चुकी है ।इन घटनाओं पर नाराज ग्रामीणों ने फुटपाथ पर से पाइप हटाने की मांग की है एसईसीएल प्रबंधन ने भी पूल के फुटपाथ पर पाइप बिछाने से पूर्व व वर्तमान में विभाग ने अनुमति नहीं मांगी जिससे प्रबंधन अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि इस मार्ग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है छोटी-छोटी बातों एवं छोटी घटनाएं आम जनों एवं प्रबंधन की परेशानियां बढ़ा देती है। जिसमें एक परेशानी फूल के ऊपर फुटपाथ पर बिना अनुमति के रिड़फ प्रोजेक्ट के द्वारा स्थापित पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट छत्तीसगढ़ ने बिना अनुमति लिए भारी भरकम पाइप बिछा दी जिससे लोगों का आना जाना मुश्किल हो गया है जबकि प्रबंधन ने तीन करोड़ की लागत से इस पुल का निर्माण किया था ।सड़क विस्तार एवं चौड़ीकरण के लिए भू अर्जन अधिनियम 1894 के तहत सड़क एवं पुल निर्माण हेतु ग्राम कुरुवा , डेडरी,एवं सालका केभूमि स्वामी का भूमि अधिग्रहण कर 4 नवंबर 2005, 23 अप्रैल 2015 ,24 अगस्त 2016 में ही मुआवजा की राशि का 80% जिला प्रशासन को प्रदान कर दी गई है। अब यदि ग्राम कुरुवा, डेड्री , सलका, सपकरा एवं मानी ग्राम पंचायत सड़क चौड़ीकरण हेतु प्रस्ताव पारित कर प्रबंधन को दे देती है तो कंपनी मुख्यालय से तुरंत प्रपोजल बनाकर भेज कर सड़क चौड़ीकरण की स्वीकति लेकर कार्य कर दिया जाएगा ।परंतु इन पंचायतों के प्रतिनिधि प्रबंधन से चर्चा करते हैं और प्रस्ताव बनाकर कभी नहीं देते। जिस कारण से चौड़ीकरण का कार्य खटाई में है ।प्रबंधन हमेशा चाहता है सड़क का जल्द से जल्द चौड़ीकरण हो ताकि आम जनों को राहत मिले एवं कोल परिवहन सुचारू रूप से परिवहन हो सके ।और किसी प्रकार का कोई दुर्घटना न हो सके परंतु इस बात का दुख है कि एसईसीएल द्वारा बनाई गई आम जनों के लिए पुल पर भारी भरकम पाइप का विस्तार कर दिया गया जिससे आम जनों की परेशानियां बढ़ी है परंतु किसी जनप्रतिनिधि ने उस विभाग से कोई सवाल नहीं किया और न ही विरोध
*शुद्धीकरण संयंत्र से 18 ग्रामों में जल की होगी आपूर्ति*
रिड़फ प्रोजेक्ट द्वारा स्थापित पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट छत्तीसगढ़ द्वारा शुद्धीकरण संयंत्र से ग्राम कुरुवां, केशवनगर , सतपाता, शिवनंदनपुर, हर्रा टिकरा ,जयनगर, कोरिया , कंद्रई , गोरखपुर , रतनपुर, पेंद्रखी ,जमदेई सापकरा डिड्री,सलका सहित 18 ग्रामों में जल आपूर्ति की जाएगी ।संयंत्र का क्षमता 50 एम एल डी है जबकि लागत 30 करोड़ 26लाख 43हजार की है।
*प्रोजेक्ट का नाम हर्रा टिकरा किए जाने का विरोध भी लोगों ने किया*
इस संबंध में जिला कामगार कांग्रेस का वरिष्ठ उपाध्यक्ष के जयसवाल एवं युवा कांग्रेस के जाकेश रजवाड़े सहित कई ग्रामों के सरपंच प्रतिनिधियों ने प्रोजेक्ट का नाम हर्राटिकरा के स्थान पर कुरुवा ग्रुप वाटर सप्लाई स्कीम करने की मांग की है इन नेताओं का दलील है कि हर्रा टिकरा ग्राम स्थापित जल शुद्धीकरण संयंत्र से 8 किलोमीटर दूर है जबकि जल शुद्धीकरण संयंत्र ग्राम कुरूवा में स्थापित है। विभाग पूरा मनमानी कर रही है ।बिना अनुमति के एसईसीएल द्वारा निर्मित पुल के ऊपर पाइप बिछा देना, ग्राम कूरुवा में स्थापित संयंत्र है तो इसका नाम हटा टिकरा कर देना कितनी नासमझ एवं नादानी है। यदि समय रहते नाम नहीं बदला गया तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा

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*रेहर गायत्री पहुंच मार्ग से आने वाले दिनों में 440 ट्रीप प्रति दिन कोयला का होगा परिवहन जल्द करना होगा चौड़ीकरण*
रेहार ,गायत्री, ‘केतकी भूमिगत खदान एवं आमगांव खुली खदान से 2023- 24 में 40,000,00 (चालीस लाख ) टन कोयला उत्पादन किए जाने की संभावना है जिस कारण से रेहर गायत्री मार्ग पर प्रतिदिन 440 ट्रिप हाईवा ट्रक के 25 टन कोयला लोड लेकर परिवहन करेगी जिससे आवाजाही ज्यादा ही प्रभावित होने वाली है अपितु बहुत जल्द प्रबंधन को आगे आकर इस मार्ग की चौड़ीकरण करने की आवश्यकता है परंतु ग्राम कुरुवा, मानी , डेड्री ,सलका सपकरा ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि प्रबन्धन से केवल चर्चा करते हैं ।प्रस्ताव बनाकर अभी तक प्रबंधन को नहीं दिए है जिससे सड़क की चौड़ी करो करण नहीं हो पा रही है इन ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों एवं प्रबंधन को चाहिए कि तत्काल पुल के आस-पास मुर्मिकरण कराकर साग सब्जी बेचने वाले छोटे किसानों की व्यवस्था बनाएं ताकि छोटे किसान सब्जियों को सड़क पर न बेच कर इससे दूर बेच सकें।

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