
राजनंदगांव में फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़: साइबर सेल की बड़ी कार्रवाई, पांच आरोपी गिरफ्तार
राजनंदगांव में फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़: साइबर सेल की बड़ी कार्रवाई, पांच आरोपी गिरफ्तार
राजनंदगांव: साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले में साइबर सेल ने ‘मिशन साइबर सुरक्षा’ के तहत एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस अभियान के तहत गैंदाटोला, छुरिया और डोंगरगढ़ से जुड़े एक फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया गया। इस ऑपरेशन में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से 57 नग सिम कार्ड और 07 नग मोबाइल फोन जब्त किए गए।
कार्रवाई की मुख्य बातें
राजनंदगांव पुलिस की साइबर सेल को सूचना मिली थी कि कुछ लोग फर्जी पहचान पत्रों का उपयोग कर बड़ी संख्या में सिम कार्ड प्राप्त कर रहे हैं और उनका दुरुपयोग साइबर अपराधों में किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने गहन जांच शुरू की और एक संगठित रैकेट का खुलासा किया।
गिरफ्तार आरोपी और उनकी जानकारी
1. हेमंत डोंगरे (पिता: चन्द्रभान डोंगरे) – उम्र 25 वर्ष, निवासी सीताकसा, थाना गैंदाटोला।
2. प्रखर सिंह चौहान (पिता: सुरेन्द्र सिंह चौहान) – उम्र 24 वर्ष, निवासी छुरियाडोगरी, थाना गैंदाटोला।
3. तरण कुमार साहू (पिता: शिवकुमार साहू) – उम्र 22 वर्ष, निवासी जोशीलमती, थाना गैंदाटोला।
4. शेख सरफराज (पिता: स्व. शेख अज्जू) – उम्र 25 वर्ष, निवासी वार्ड नं. 19, डोंगरगढ़, थाना डोंगरगढ़।
5. कैलाश राम पडोती (पिता: पेमुलाल पडोती) – उम्र 20 वर्ष, निवासी गोपालपुर, थाना छुरिया।
साइबर अपराधों में फर्जी सिम कार्ड का उपयोग
साइबर अपराधों में फर्जी सिम कार्ड का उपयोग एक प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। अपराधी इन सिम कार्ड्स का उपयोग धोखाधड़ी, ऑनलाइन ठगी, फर्जी कॉल और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में करते हैं। इन फर्जी सिम कार्ड्स का उपयोग कर पहचान छुपाने और पुलिस से बचने का प्रयास किया जाता है।
पुलिस की रणनीति और जांच
राजनंदगांव साइबर सेल ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए निम्नलिखित रणनीतियों का उपयोग किया:
तकनीकी निगरानी: संदिग्ध मोबाइल नंबरों और इंटरनेट गतिविधियों की निगरानी की गई।
फिजिकल सर्विलांस: आरोपियों के ठिकानों पर गुप्त रूप से नजर रखी गई।
सूचना संकलन: स्थानीय मुखबिरों से सूचना प्राप्त कर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की गई।
अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इन फर्जी सिम कार्ड्स का उपयोग किन-किन अन्य साइबर अपराधों में किया गया है।
जनता के लिए सावधानियाँ
इस मामले को देखते हुए पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ इस प्रकार हैं:
किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपने दस्तावेज न दें।
यदि कोई नया सिम कार्ड ले रहा हो, तो पूरी जांच-पड़ताल करें।
यदि संदेहास्पद कॉल या संदेश प्राप्त होते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
राजनंदगांव पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई से फर्जी सिम कार्ड के रैकेट पर एक बड़ा प्रहार किया गया है। ‘मिशन साइबर सुरक्षा’ के तहत की गई इस बड़ी कार्यवाही ने साइबर अपराधियों की कमर तोड़ दी है। यदि इसी प्रकार सतर्कता और कठोर कार्रवाई जारी रही, तो साइबर अपराधों पर नियंत्रण संभव होगा।