
यात्री बसों पर सघन जांच अभियान: परिवहन विभाग ने 23 बसों पर की चालानी कार्रवाई
यात्री बसों पर सघन जांच अभियान: परिवहन विभाग ने 23 बसों पर की चालानी कार्रवाई
गरियाबंद | आशीष सिन्हा | 28 फरवरी 2025 | जिले में यात्री बसों की सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को लेकर परिवहन विभाग द्वारा सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। जिला परिवहन अधिकारी रविंद्र ठाकुर के नेतृत्व में टीम ने विशेष रूप से कंडक्टर लाइसेंस, वर्दी, ओवरलोडिंग, और अन्य यातायात नियमों के उल्लंघन की जांच की। इस दौरान 23 बसों सहित अन्य वाहनों पर चालानी कार्रवाई की गई।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यातायात नियमों को सख्ती से लागू करना और सड़कों पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। विगत कुछ महीनों से विभिन्न मेलों, उत्सवों और त्योहारों के कारण बसों में अत्यधिक भीड़ देखी जा रही थी, जिससे ओवरलोडिंग और नियमों की अनदेखी के मामले बढ़ रहे थे। परिवहन विभाग ने इसे गंभीरता से लेते हुए यह विशेष अभियान चलाया।
सड़क सुरक्षा और यात्री सुविधा पर जोर
परिवहन विभाग के अनुसार, जिले में चलने वाली कई यात्री बसें तय मानकों का पालन नहीं कर रही थीं। कई बसों में कंडक्टर के पास वैध लाइसेंस नहीं था, जबकि कुछ मामलों में कंडक्टर वर्दी में नहीं थे, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही थी। इसके अलावा, कुछ बस संचालकों द्वारा अधिक किराया वसूलने की शिकायतें भी सामने आई थीं।
जांच के दौरान परिवहन विभाग की टीम ने बसों में यात्रियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास किया। कई यात्रियों ने ओवरलोडिंग और अव्यवस्थित बस संचालन की शिकायत की। इस पर परिवहन विभाग ने बस चालकों और परिचालकों को नियमों का कड़ाई से पालन करने की हिदायत दी।
बस संचालकों और यात्रियों की प्रतिक्रिया
इस जांच अभियान को लेकर बस संचालकों और यात्रियों की मिश्रित प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ बस संचालकों ने कहा कि त्योहारों और मेलों के समय यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ जाती है, जिससे भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि, कुछ यात्रियों ने इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि इससे बसों में सुरक्षा बढ़ेगी और यात्रा अधिक सुविधाजनक होगी।
परिवहन अधिकारी रविंद्र ठाकुर ने बताया, “हमारा उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करना है। नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी यात्री को असुविधा न हो, इसके लिए भी हम उपाय कर रहे हैं।”
जांच में प्रमुख रूप से देखे गए बिंदु:
लाइसेंस – बिना वैध लाइसेंस के परिचालन करने वाले बसों पर कार्रवाई।
ओवरलोडिंग – निर्धारित सीट क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाने पर जुर्माना।
मालवाहक वाहनों में सवारी ढोना – सुरक्षा नियमों के उल्लंघन पर रोकथाम।
किराया नियमों का उल्लंघन – अधिक किराया वसूलने वाले बसों की जांच।
भविष्य में और कड़ी होगी कार्रवाई
परिवहन विभाग ने संकेत दिया है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। आगामी दिनों में और अधिक बसों तथा अन्य यात्री वाहनों की जांच की जाएगी। यदि कोई बस संचालक बार-बार नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके परमिट को निलंबित भी किया जा सकता है।
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त और सुरक्षित वाहनों में ही यात्रा करें। यदि किसी को भी कोई अनियमितता नजर आती है तो वे इसकी सूचना परिवहन विभाग को दें।
यात्रियों और प्रशासन से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
यात्रियों का कहना है कि यह कार्रवाई आवश्यक थी क्योंकि त्योहारों के समय अक्सर बसों में भीड़ अधिक हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। प्रशासन भी इस पहल को सकारात्मक मान रहा है और उम्मीद कर रहा है कि इससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
परिवहन विभाग का यह कदम जिले में यातायात व्यवस्था को सुधारने और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा सुविधा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो सकता है।