
कोरबा में उद्यमिता की नई उड़ान: कटघोरा और पाली में जागरूकता शिविर का सफल आयोजन
कोरबा, 09 मार्च 2025। जिले में स्वरोजगार और उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कटघोरा एवं पाली में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र कोरबा द्वारा आयोजित इस शिविर में प्रतिभागियों को स्वरोजगार के अवसरों, सरकारी योजनाओं और बैंकिंग प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
कटघोरा: कॉलेज परिसर में युवाओं को मिला सुनहरा मार्गदर्शन
कटघोरा के शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय में आयोजित विकासखंड स्तरीय शिविर में सैकड़ों युवा और इच्छुक उद्यमियों ने भाग लिया। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण योजना, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, स्टार्टअप इंडिया एवं स्टैंडअप इंडिया जैसी केंद्रीय योजनाओं के साथ-साथ छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास नीति 2024-30 की जानकारी दी।
बैंक ऑफ बड़ौदा, कटघोरा के शाखा प्रबंधक ने स्वरोजगार योजनाओं में बैंक की भूमिका को विस्तार से समझाया, जिससे प्रतिभागियों को ऋण सुविधाओं की प्रक्रिया को लेकर स्पष्टता मिली। अन्य विशेषज्ञों ने “उद्यमिता: आज की जरूरत” विषय पर रोचक विचार प्रस्तुत किए, जिससे युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा मिली।
पाली: तकनीकी शिक्षा के साथ मिला औद्योगिक ज्ञान
पाली के आईटीआई परिसर में आयोजित उद्यमिता जागरूकता शिविर में छत्तीसगढ़ शासन की औद्योगिक नीति 2024-30 पर विशेष चर्चा हुई। इस नीति के तहत स्थायी पूंजी अनुदान, ब्याज अनुदान, स्टांप शुल्क में रियायतों के साथ-साथ अन्य आर्थिक सहयोग योजनाओं की जानकारी दी गई।
शिविर में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत विनिर्माण क्षेत्र के विभिन्न व्यवसायों जैसे फ्लाई ऐश ब्रिक्स, दोना-पत्तल निर्माण, अगरबत्ती निर्माण आदि के बारे में बताया गया। इसके अलावा, च्वाइस सेंटर, मोबाइल रिपेयरिंग, टेंट हाउस जैसे सेवा क्षेत्रों में भी उद्यमिता की संभावनाओं पर प्रकाश डाला गया। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के तहत अचार, पापड़, बड़ी निर्माण जैसी लघु उद्योग इकाइयों को बढ़ावा देने की जानकारी दी गई।
शिविर में दिखा उत्साह, प्रतिभागियों को मिली प्रेरणा
इन जागरूकता शिविरों में न केवल योजनाओं की जानकारी दी गई, बल्कि वास्तविक उदाहरणों और प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से प्रतिभागियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया। कई युवाओं और महिलाओं ने स्वरोजगार के प्रति अपनी रुचि व्यक्त की और योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करने की इच्छा जताई।
इन सफल आयोजनों ने जिले में उद्यमिता को नई दिशा देने का कार्य किया है। जिला प्रशासन का यह प्रयास युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसरों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।