
अमेरिका ने पेगासस बनाने वाली इसराइली स्पाइवेयर कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया
अमेरिका ने पेगासस बनाने वाली इसराइली स्पाइवेयर कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया
विवादित पेगासस स्पाइवेयर बनाने वाली कंपनी एनएसओ ग्रुप को अमेरिका ने अपने ब्लैकलिस्ट कंपनियों में शामिल किया है.
अमेरिका ने एनएसओ ग्रुप को ब्लैकलिस्ट कंपनियों की सूची में डालते हुए उसके साथ किसी भी तरह के बिजनेस डील पर प्रतिबंध लगा दिया है.
कथित तौर पर एनएसओ ग्रुप के पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं, मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के फ़ोन को निशाना बना कर उनकी जासूसी करने के लिए किया गया है.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि एनएसओ ग्रुप और एक अन्य इसराइली कंपनी कैंदिरू ने “अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेश नीति के हितों के प्रतिकूल काम किया है.”
कैसे काम करता है पेगासस?
पेगासस एक स्पाइवेयर है जिसे इसराइली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ग्रुप टेक्नोलॉजीज़ ने बनाया है.
ये एक ऐसा प्रोग्राम है जिसे अगर किसी स्मार्टफ़ोन फ़ोन में डाल दिया जाए, तो कोई हैकर उस स्मार्टफ़ोन के माइक्रोफ़ोन, कैमरा, ऑडियो और टेक्सट मैसेज, ईमेल और लोकेशन तक की जानकारी हासिल कर सकता है.
एनएसओ कंपनी हमेशा यह दावा करती रही है कि पेगासस को वो केवल मान्यता प्राप्त सरकारी एजेंसियों को ही बेचती है और इसका उद्देश्य “आतंकवाद और अपराध के ख़िलाफ़ लड़ना” है.
कंपनी यह भी दावा कर चुकी है वो ख़ुद कभी अपने इस सॉफ़्टवेयर का उपयोग नहीं करती. इसका उपयोग केवल संप्रभु सरकारें ही करती हैं.