
नागरिकों ने दक्षिण पुर्वी मध्य रेलवे महाप्रबंधक को पत्र लिख कर अंबिकापुर दुर्ग ट्रेन को समय पर संचालन की मांग की
निजामुद्दीन – अंबिकापुर ट्रेन का स्टॉपेज सरगुजा आंचल का पुराना स्टेशन विश्रामपुर में हो
गोपाल सिंह विद्रोही//प्रदेश खबर प्रमुख छत्तीसगढ़// बिश्रामपुर -आदिवासी अंचल के नागरिकों को ट्रेन की संचालन समय सारणी से न होने से हो रही असुविध के निवारण हेतु नागरिकों ने नागरिकों ने रेल प्रशासन को पत्र लिखा।
नागरिकों ने रेल प्रशासन को लिखे पत्र में उल्लेख किया है कि सरगुजा एक पिछड़ा हुआ आदिवासी बहुल्य क्षेत्र है ।सरगुजा संभाग कोयला उद्योग से जुडा क्षेत्र होने से देश के संपूर्ण प्रदेशों के के रहने वाले रहकर अपना जीवन यापन करते हैं। रेलगाड़ी क्रमांक18 24 2 दुर्ग एक्सप्रेस जो अंबिकापुर से रात्रि 22.30 पर चलकर प्रातः8.35 पर पहुंचती है ज्ञात है कि वह गाड़ी बहुत ही अधिकतर विलंब से रायपुर पहुंचती है जिस कारण जिला सरगुजा सूरजपुर कोरिया महेंद्रगढ़ के यात्रियों को गंतव्य से आगे की यात्रा में भारी असुविधा का सामना करना पढ़ रहा है जिससे सरगुजा क्षेत्र के नागरिक त्रस्त है। ट्रेन के रायपुर प्रातः8.35 विलंब से पहुंचने पर होने वाली असुविधाओं में
यात्रियों को आगे की यात्रा दक्षिण भारत, मुंबई ,उत्तर भारत की गाड़ियां छूट जाती है ,जिससे सरगुजा के नागरिक ठगा सा महसूस करते हैं, नागरिकों को प्रातः हवाई यात्रा के मध्ययम से देश के विभिन्न शहरों की यात्रा से वंचित रहना पड़ता है, प्रतियोगिता परीक्षा के विद्यार्थियों एवं पालकों को परीक्षा से वंचित होना पड़ता है जिससे उन्हें आर्थिक मानसिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ता हैं। ट्रेन के समय पर न पहुंचने से रायपुर में मेडिकल जांच अस्पताल में दिखने व नंबर लगाने की सुविधा से वंचित रहना पड़ता हैं।
ट्रेन को समय पर रायपुर पहुंचने से निम्न मिल सकती है सुविधाएं
अंबिकापुर दुर्ग ट्रेन को रायपुर प्रातः7 बजे पहुंचने पर होने नागरिकों को मिल सकती है कई सुविधाएं जिसमें जोन की प्रमुख गाड़ी वंदे भारत20825, गोंडवाना एक्सप्रेस12409 ,मुंबई मेल12810 ,ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस12102 ,अहमदाबाद सु फा 12843, पोरबंदर सू फा 12906 ,सिकंदराबाद स्पेशल 03253 इत्यादि ट्रेनों से आगे की यात्रा कर सकते हैं। समय पर ट्रेन से रायपुर पहुंचकर सरगुजावासी दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु ,कोलकाता, भुवनेश्वर, इंदौर, चेनई इत्यादि शहरों की हवाई यात्रा का लाभ ले सकेंगे। प्रातः 7 ट्रेन के रायपुर पहुंचने से प्रतियोगी परीक्षा एवं प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थी उसी दिन सम्मिलित हो सकेंगे, एक दिन पूर्व पहुंचने की आवश्यकता नहीं होगी। प्रातः 7:00 बजे ट्रेन के पहुंचने पर विभिन्न बड़े अस्पताल जैसे बालको मेडिकल सेंटर, सत्य साइ नारायणा, रामकृष्ण केयर इत्यादि अस्पताल में समय से पहुंच कर उपचार कराया जा सकेंगे। ट्रेन प्रातः 7 बजे ट्रेन के पहुंचने पर नागरिक व कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुँच कर अपने शासकीय अशासकीय कार्य समय पर कर उसी दिन वापरा घर हो सकेंगे।,
हजरत निजामुद्दीन सुपरफास्ट अंबिकापुर ट्रेन का विश्रामपुर में भी हो स्टॉपेज
विश्वामपुर से गुजरने वाली ट्रेन 22407 हजरत निजामुद्दीन सुफा 22408 अंबिकापुर सुफा का ठहराव बिश्रामपुर स्टेशन में नहीं होने से बिश्रामपुर व उसके आसपास के निवासीयों को भारी असुविधाका सामना करना पड़ रहा है। जिससे जनमानस में भारी आक्रोश व्याप्त है। उल्लेखनीय कि पूर्व में विश्रामपुर से ही दिल्ली जाने के लिए लारंग साय बोगी प्रस्थान करती थी। सरगुजा क्षेत्र में विश्रामपुर प्रारंभ से महत्पूर्ण रेलवे स्टेशन रहा है। विश्रामपुर में एक लघु भारत है। यहां समस्त प्रदेशों के लोग निवास करते है. यहां से सभी प्रांतों के लोग यात्रा करते हैं। विश्रामपुर रेलवे स्टेशन राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित है जो एक नहत्वपूर्ण स्टेशन है।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल्य क्षेत्र सरगुजा को राष्ट्रीय मानचित्र पर लाने एवं विकास के द्वार खोलने हेतु देश की राजधानी दिल्ली से चलने वाली विश्रामपुर से गुजरने वाली ट्रेन 22407 हजरत निजामुद्दीन सुपर फॉस्ट का व 22408 अम्बिकापुर सुपर फास्ट का नाम सरगुजा सुपरफास्ट एक्सप्रेस किया जाना चाहिए।
नागरिक अधिकार मंच विश्रामपुर रेल प्रशासन से पुरजोर मांग करता है कि उपरोक्त विषयों को संज्ञान में लाकर तत्काल समाधान किया जाए ताकि आदिवासी अंचल के नागरिक अपनी मूलअधिकारों का लाभ ले सके।
अधिकार मंच के सदस्यों ने रेलवे विभाग के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत सरकार, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव जी, तोखन साहू जी, केंद्रीय राज्य मंत्री, छत्तीसगढ़ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद सरगुजा चिंतामणि महाराज ,सीईओ जय वर्मा सिन्हा को पत्र लिखा है। पत्र लिखने वालों में अंशुमान तिवारी, प्रदीप गर्ग,राम रतन मित्तल, वीरेश सिंह,जतिन तायल ,अशोक जिंदल ,रामचंद्र गोयल आदि प्रमुख है।