
सरगुजा के युवाओं का आईकॉन सत्यम द्विवेदी को मिला प्रशस्तिपत्र
स्नेकमैन के नाम से ख्याति प्राप्त युवा सत्यम कुमार द्विवेदी को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधिक्षक सरगुजा के अनुशंसा पर जिले के प्रभारी मंत्री और कार्यक्रम के मुख्यअतिथि शिवकुमार डहरिया जी के द्वारा प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया । सत्यम द्विवेदी करोना काल में बहुतायत मात्रा में लगभग दस हजार से भी अधिक सर्पों का रेस्क्यू कर लोगों को सर्पदंश से बचाया है और साँपों को भी जंगल में छोड़ा । जब पुरे शहर में लाँकडाउन था लोग घरों से निकल नहीं रहे थें करोना होने का भय सता रहा था । ऐसी विषम परिस्थितियों में भी सत्यम अपने जान का परवाह किए बिना लोगों के मदद के लिए माँ – पिता को बिना बताऐ लोगों के एक फोन काल पर हाजिर हो जाता था । इसके उत्साह और कर्मनिष्ठा को देख उच्च अधिकारी हमेशा प्रभावित रहते थें। जिला के पुलिस विभाग, वन विभाग और नगर निगम अम्बिकापुर तीनों विभाग सत्यम का मदद लेतें है । वनजीवों के रेस्क्यू के साथ जैवविविधता और पर्यावरण सुरक्षा के लिए भी उल्लेखनीय कार्य किया है । स्वयं से एक समाजसेवी संस्था विकसीत कर युवाओं को इस दिशा में संगठित कर रहा है । सत्यम द्वारा संचालित संस्था का नाम नेचर कन्जर्वेशन सोसायटी आँफ छत्तीसगढ़ है । इस संस्था से युवा जूड़ रहे है और पर्यावरण सुरक्षा के लिए बेहतर कार्य कर रहें है । सरगुजा के युवाओं का आईकॉन सत्यम द्विवेदी बन गया है । नेचर कनेक्शन सोसायटी द्वारा जैवविविधता संरक्षण हेतु गर्मी के दिनों में पंक्षियों के लिए दो सौ से अधिक घोसला बना कर पेड़ो पर टांगा गया । टंकी में गीरा कुत्ता को निकाल उसका जान बचाया गया । मैनपाट महोत्सव में वनजीव जागरूकता सम्बन्धित स्टाल, जैवविविधता दिवस पर प्रतियोगिता , घायल साँपों का उपचार आदि अनेक सराहनीय कार्य किया गया । अम्बिकापुर शहर में सत्यम के नेत्रित्व में एक समाजसेवी युवाओं की टोली बन गई है ।