
कुपोषण दुर करने जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा कार्यक्रम
सुपोषण अभियान से कुपोषण में आई 11.62 प्रतिशत की कमी
कुपोषण दुर करने जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा कार्यक्रम

ब्यूरो चीफ//सरगुजा// मुख्यमंत्री सुपेषण अभियान के अंतर्गत ऑगनबाड़ी केन्द्र के बच्चो के अण्डा, केला एवं सेयाबड़ी देकर कुपोषण दूर करने के प्रयास जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में महिला एवं बालविकाय विभाग द्वारा किया जा रहा है। 02 अक्टूबर 2019 से प्रारंभ हुए योजना से अगस्त 2021 तक 0-5 वर्ष तक के बच्चां में कुपोषण में 11.62 प्रतिशत की कमी आई है।
पोषण वाटिका का निर्माण :-राज्य शासन की महत्वकांक्षी नरवा,गरूवा, बाड़ी योजना के बाड़ी विकास कार्यक्रम अंतर्गत आदर्श गोठान एवं आंगनबाड़ी केन्द्रो के समिप पोषण वाटिका का निर्माण किया गया ताकि आंगनबाड़ी केन्द्रो के बच्चो को ताजी सब्जियां मिल सके । प्रत्येक परियोजना में 50 आंगनबाड़ी केन्द्रो का चयन कर पोषण वाटिका का निमार्ण इस वित्तीय वर्ष कराया गया है ।

मुनगा-पपीता पौधारोपण महाभियान :- मुनगा का पोषण दूर करेगा कुपोषण के तर्ज पर गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं तथा छोटे बच्चों में कुपोषण को दूर करने की दशा में मुनगा-पपीता पौधारोपण महाभियान के ततह् जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रो स्कूलो, आश्रमो तथा कुपोषित बच्चो एवं गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं तथा एनीमिक महिलाओं के घरो में मुनगा-पपीता पौधा लगाया गया ।
कुपोषित बच्चो को अण्डा वितरणः- जिले में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रो में दर्ज सभी कुपोषित बच्चो को प्रतिदिन उबला अण्डा, तेल में भुनी हुई सोयाबड़ी दी गई । आंगनबाड़ी बंद रहने की स्थिति आं0बा0 कार्यकर्ता के द्वारा बच्चो के घरो में जाकर पालको के समक्ष बच्चो को अण्डा खिलाया गया ।
गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार :- आंगनबाड़ी केन्द्रो दर्ज गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को उबला अण्डा, तेल में भुनी सोयाबड़ी, मुंगफली गुड़ के लड्डु अतिरिक्त पोषण आहार के रूप में दिये गये । गर्भवती महिलाओं को राज्य शासन की महतारी जतन योजनांतर्गत आं0बा0 केन्द्रो में गरम भोजन पहले से दिया जा रहा था । जिला खनिज न्यास निधि द्वारा शिशुवती माताओं का भी सप्ताह में 05 दिन गरम भोजन देने की शुरूआत की गई।














