
पंजाब ने घटाई बिजली की दरें, सिद्धू ने पूछा चुनाव से ठीक पहले जनता को लॉलीपॉप क्यों?
पंजाब ने घटाई बिजली की दरें, सिद्धू ने पूछा चुनाव से ठीक पहले जनता को लॉलीपॉप क्यों?
पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में है.
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हाल के दिनों में सरकारी कर्मचारियों को बढ़ा हुआ मंहगाई भत्ता और घरेलू बिजली दरों में तीन रुपए की कटौती जैसे फ़ैसले लिए हैं.
बिना किसी का नाम लिए सिद्धू ने चंडीगढ़ में संयुक्त हिंदू महासभा के एक आयोजन में इशारों-इशारों में कहा कि लोगों को वोट एजेंडे पर करना चाहिए न कि ‘लॉलीपॉप’ पर.
मेरे लिए ये धर्म की लड़ाई है, ये धर्मयुद्ध है. मुझे पता है कि इस धर्मयुद्ध में मैं हार नहीं सकता…अगर मेरा सब कुछ भी चला गया तो गलियों-मुहल्लों में खड़ा होकर बोलूंगा – पंजाब के लोगो इसबार वोट एजेंडे पर करना, लॉलीपॉप पर नहीं. अपने आख़िरी दो महीनों में लोगों को लॉलीपोप दिए जाते हैं पर सवाल ये है कि सरकार ये सब देगी कहां से? from नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
मेरे लिए ये धर्म की लड़ाई है, ये धर्मयुद्ध है. मुझे पता है कि इस धर्मयुद्ध में मैं हार नहीं सकता…अगर मेरा सब कुछ भी चला गया तो गलियों-मुहल्लों में खड़ा होकर बोलूंगा – पंजाब के लोगो इसबार वोट एजेंडे पर करना, लॉलीपॉप पर नहीं. अपने आख़िरी दो महीनों में लोगों को लॉलीपोप दिए जाते हैं पर सवाल ये है कि सरकार ये सब देगी कहां से?
Speech at Sanyukt Hindu Mahasabha | Punjab Bhawan, Chandigarh https://t.co/OwUpNwfi8j
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) November 1, 2021
नवजोत सिंह सिद्धूपंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ हफ़्तों से ज़बरदस्त खींचतान चल रही है. सिद्धू ने 28 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था.
वे नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के कुछ फ़ैसलों से नाराज़ बताए गए थे. पार्टी ने अभी तक उनके इस्तीफ़ा पर कोई फ़ैसला नहीं किया है.
सोमवार को सिद्धू ने संयुक्त हिंदू महासभा में कहा कि चाहे उनका सबकुछ लुट जाए पर वो पंजाब को अपने असली मुद्दों से भटकने नहीं देंगे. अपने भाषण के आख़िर में सिद्धू ने हाई कमान से सही नेता चुनने को भी कहा.
सिद्धू ने कहा, “फ़ैसला इसी अदालत में होगा. ये मत सोचना की गुरू इंसाफ़ नहीं करते, गुरू इंसाफ़ करते हैं इसलिए बदली है सरकार. असली पार्टी कार्यकर्ता रेत में आभूषणों की तरह होते हैं, उन्हें पंजाब के ताज पर सजाओ. आख़िर में मैं सिर्फ़ इतना ही कहूँगा – मैं हूँ न.”