
सएईसीएल बिश्रामपुर द्वारा पहली बार सफल कार्यशाला का आयोजन
कनिष्ठ है तो बोले कम सीखे ज्यादा, ऐसे व्यक्ति के साथ रहे जिससे ऊर्जा मिले – राहुलदेव
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश ख़बर प्रमुख छत्तीसगढ़ एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र द्वारा आयोजित सेमिनार में आमंत्रित मुख्य अतिथि व प्रमुख वक्ता आई ए एस व सुरजपुर सीओ राहुल देव ने अधिकारियों को प्रबंधकीय टिप्स दी। तो वही क्षेत्रीय महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने सफलता कैसे प्राप्त की जाय पर प्रकाश डाला।
स्थानीय स्नेह मिलन भवन में
श्रमिको में व्यक्तिगत बौद्धिकता एवं प्रबंधकीय कौशल निर्माण के लिए आयोजित सेमिनार(कार्यशाला) में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा अपनी बात रखी गई ।जिसमे सुरजपुर जिला सीइओ आईएएस राहुल देव ने प्रमुख वक्ता के रूप अधिकारियो को संबोधित करते हुए कहा कि जब आप किसी भी क्षेत्र में छोटे ओहदे पर हो तो बोलो नहीं सुनो व ज्यादा सीखो ।ऐसे व्यक्ति के साथ रहे ताकि ऊर्जा मिलती रहे ।राहुलदेव ने आगे कहा कि आपके पास आपके दिन की पूरी दिनचर्या होनी चाहिए ।आपको अपने दिन की छोटी से बड़ी हर चीज़ को नोट करना है की मुझे दिन में ये सारे कार्य करने है। हम सबके पास सीमित समय है, ऐसा नही है की हम सबके पास दुनिया भर का समय है। अगर आपके पास थोड़ा समय बच भी रहा है तो अपनी रुचि के कुछ कार्य करे, आपके दिमाग में शांति तब ही होगी जब आप अपने कार्यों को को अनुकूलित करे और उन्हे प्रार्थमिकता दे। अगर आपके सुपीरियर ने आपको कुछ काम दिया है तो आपको उसमे जानना है की आपका सुपीरियर क्या चाहता है , उसमे आपको अपने कार्यों को अनुकूलित करना है की मुझे कौनसा कार्य पहले करना है।इन्होने कहा कि एक चीज जो बहुत जरूरी समय नियोजन ।अपने काम को प्रबंधित करने के लिए वो है ज्ञान और जागरूकता कि जरूरत है।
किसी भी संस्था की प्रगति उसके कौशल कर्मचारियों पर निर्भर करता है
एसईसीएल बिश्रामपुर क्षेत्र के महाप्रबंधक अमित सक्सेना ने प्रोजेक्टर के माध्यम से इस कार्यशाला में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी संस्था के उत्तरोत्तर सफलता के लिए वहां के कुशल कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। बिश्रामपुर एरिया एक विशाल क्षेत्र होता था आज भी है कल भी होगा परंतु इसके लिए हम सबको अपनी रण कुशलता के साथ मेहनत करना होगा ।हम सबको कंधा से कंधा मिलाकर विश्रामपुर क्षेत्र सरगुजा संभाग में अग्रणी हो हम सबको मिलकर प्रयास करना चाहिए। एसईसीएल कंपनी के सीएमडी पीएस मिश्रा के इस स्लोगन “जो पढ़ेगा वो बढ़ेगा जो सीखेगा वो टिकेगा जो लिखेगा वो दीखेगा” का व्याख्या करते हुए कहां की हर व्यक्ति में व्यक्तित्व होता है ।व्यक्ति को किस रूप में यह समझता है उसके निर्भर करता है। हर व्यक्ति को अपने व्यक्तित्व का विकास करना होता है। सार्वभौमिक व्यक्तित्व का विकास करना होता है। डिग्री का मतलब विद्वान नहीं होता ।अनुभव सबसे महत्वपूर्ण है ।जो फेल हो गया वही सफलता पाता है। जो हार कर बैठ गया उसकी प्रगति वहीं थम जाती है । कार्य की योजना पहले बनाए। जिस कार्य में कमी है उसे तत्काल दूर करें। कल पर काम न छोड़े।एक अधिकारी का सामाजिक व्यवस्था का ताना-बाना समझना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा आपका काम आपके कार्य कुशलता को दर्शाता है अतः अपने कार्यों को ईमानदारी और समय पर करने से सफलता अवश्य मिलती है। इस अवसर पर केंद्रीय चिकित्सालय के सीएमओ डॉक्टर विवेकानंद सिंह, आदिम जाति कन्या उच्चतार माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य आशीष भट्टाचार्य, सहक्षेत्र प्रबंधक आमगांव पीसी साहू, केसी साहू ,वित्त प्रबंधक एफएम अंसारी अपना अनुभव बांटते हुए सफल अधिकारी का गुर सिखाया।
प्रबंधक कार्मिक आर के तिवारी ने सीएमडी बिलासपुर पी एस मिश्रा का संदेश का वाचन किया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। राष्ट्रीय गान एवं कोल इंडिया कॉर्पोरेट गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम को सफल बनाने में आर के तिवारी एस स्वाइ,संजय कुमार, अनिरुद्ध सिंह, सीसी नायक, एके वर्मा,सचिन वर्मा,पार्थ चटर्जी,सचिन वर्मा,अनुपम दास, एके वर्मा, एनवी रमना,अनुपम दास,संजय बबिता,मंजू स्वाइ का योगदान रहा।संचालन प्रबंधक कार्मिक पार्थ चटर्जी।