ताजा ख़बरेंदेशब्रेकिंग न्यूज़मनोरंजनशिक्षा

वो मां जिसने अपने ऑटिस्टिक बेटे पर कॉमिक बुक बनाई

a41ad136-ab8e-4a7d-bf81-1a6289a5f83f
ea5259c3-fb22-4da0-b043-71ce01a6842e

वो मां जिसने अपने ऑटिस्टिक बेटे पर कॉमिक बुक बनाई

ये सब तब शुरू हुआ जब मुग्धा कालरा को एहसास हुआ कि वो ‘एक ऑटिज़्म के गांव’ में नहीं रहना चाहतीं, जहां वो सिर्फ खास ज़रूरतों वाले बच्चों, उनके मां-बाप, डॉक्टर और थेरेपिस्ट्स से मिलें.

जब से उन्हें पता चला था कि उनका बेटा माधव ऑटिस्टिक है, तबसे यही उनकी ज़िंदगी बन गई थी. ऑटिज़्म एक ‘डेवलेपमेंटल डिसएबिलिटी’ है जिसमें और लोगों से मिलने-जुलने और अपनी बात कहने में दिक्कत आती है.

mantr
96f7b88c-5c3d-4301-83e9-aa4e159339e2 (1)

कांकेः जहाँ खुला था देश का पहला मानसिक चिकित्सालयकोरोना को लेकर पैदा हो रहे डर का आपके दिमाग़ पर असर

माधव तीन साल का था जब उसकी दादी ने देखा कि वो किसी से भी बात करते वक्त नज़र से नज़र नहीं मिलाता.

धीरे-धीरे उसने बात करना लगभग बंद ही कर दिया और हाव-भाव से ही अपनी बात ज़ाहिर करता.

विज्ञापन

मुग्धा के मुताबिक वो शुरुआती साल बहुत मुश्किल थे. माधव कई बार बिगड़ जाता, हाथ-पैर पटकने लगता. मुग्धा ने एक डायरी में लिखना शुरू किया ताकि उसे परेशान करने वाली बातों की सूची बना सके.

Ashish Sinha

8d301e24-97a9-47aa-8f58-7fd7a1dfb1c6 (2)
e0c3a8bf-750d-4709-abcd-75615677327f

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!