रवि गोस्वामी/ सीतापुर/सरगुजा– कोविड 19 से बचाव को लेकर सरकार लगातार दावे कर रही है, किंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीतापुर में दावा फेल होता नजर आ रहा है। सरकारी दावे के अनुसार अस्पताल के अंदर एवं बाहरी परिसर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना है किंतु स्वास्थ्य विभाग खुले में कचरा फेंक कर इस दावे की हवा निकाल दी है।
ये है कोऱोना कचरा नष्ट करने का नियम- कोरोना का कचरा नष्ट करने को लेकर सरकार ने गाइड लाईन जारी की है। इसका निस्तारण को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के नियम दिये गये है। संक्रमित के पास से सुरक्षित उठाना है, फिर सुरक्षा के साथ इंसीनरेटर में नष्ट करना है। इसे अन्य मेडिकल कचरे से दूर रखना है और किसी भी दशा में इसे खुले में नहीं फेंकना है। इसे बड़ी सावधानी से नष्ट करना है इस दौरान पी पी ई किट पहनना अनिवार्य है। इस गाइडलाइन के बाद भी स्वास्थ्य विभाग खुले में मेडिकल कचरा फेंक कर इन नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ,इस संबंध में बीएमओ डॉ अमोष किंडो ने बताया कि कोविड-19 से निकलने वाले सारे कचरे को ब्लीचिंग करके गड्ढे में डालना होता है, इसके लिए अस्पताल परिसर के किनारे में सेप्टिक टैंक बनवाए गए हैं , जहां इन्हें डालना है,इसे बाहर नहीं फेंकना है। इसके बाद भी अगर फेंका जा रहा है तो ये ग़लत है। इस संबंध में कोविड 19 हास्पिटल के संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को आगे से हीं निर्देशित किया गया है कि इस कचरे को सैप्टिक टैंक के गड्ढे में डाल कर नष्ट करना होगा।