
महतारी सदन: ‘बिहान’ दीदियों की उम्मीदों का नया घर, महिलाओं के आत्मविश्वास को मिली नई उड़ान
बिलासपुर जिले में महतारी सदन के निर्माण से ‘बिहान’ दीदियों को अपनी बैठकों और प्रशिक्षण के लिए स्थायी स्थान मिला। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने चार महतारी सदनों का वर्चुअल शुभारंभ किया।
महतारी सदन: ‘बिहान’ दीदियों की उम्मीदों का नया घर, महिलाओं के आत्मविश्वास को मिली नई उड़ान
बिलासपुर जिले में महतारी सदन के निर्माण से ‘बिहान’ दीदियों को अपनी बैठकों और प्रशिक्षण के लिए स्थायी स्थान मिला। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने चार महतारी सदनों का वर्चुअल शुभारंभ किया।
अब हमारा भी है एक ठिकाना—महतारी सदन बना ‘बिहान’ दीदियों की उम्मीदों का नया घर
रायपुर, 24 सितम्बर 2025। स्वसहायता समूहों की ‘बिहान’ दीदियों के लिए कभी छोटी-सी बैठक भी बड़ी चुनौती हुआ करती थी। समूह की गतिविधियाँ हों या संकुल की बैठकें, उन्हें अक्सर पंचायत भवन या किसी के घर पर जगह मांगनी पड़ती थी। कई बार स्थान न मिलने से बैठकें टल जाती थीं और प्रशिक्षण बाधित होने से संगठन की गति प्रभावित होती थी।
अब महतारी सदन ने इस समस्या को दूर कर दिया है। ‘बिहान’ की महिलाएँ अब अपनी बैठकों और कार्यक्रमों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहेंगी। इस सदन में वे संगठनात्मक बैठकें, प्रशिक्षण और योजनाओं पर चर्चा कर अपने कौशल को निखार पाएंगी।
बिलासपुर जिले के ग्राम सेमरताल की ‘बिहान’ दीदी सरस्वती धीवर कहती हैं,
“अब हमें ऐसा लगता है मानो हमारा अपना घर हो, जहाँ हम न केवल चर्चा करते हैं बल्कि अपने सपनों को साकार करने की योजना भी बनाते हैं।”
ग्राम जलसों की लता सूर्यवंशी का कहना है कि अपनी जगह मिलने से उनमें आत्मविश्वास का संचार हुआ है।
बिहान दीदियाँ गौरी गौरव, पूनम गौतम, चमेली यादव, वंदना केवट, कृष्णा देवी और पीआरपी सावित्री ने कहा कि महतारी सदन केवल एक भवन नहीं, बल्कि हजारों दीदियों के सपनों और आशाओं को साकार करने वाला स्थान है।
बिलासपुर जिले में 19 महतारी सदन स्वीकृत हुए हैं, जिनमें से चार का 23 सितम्बर को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने धमतरी से वर्चुअल शुभारंभ किया। महतारी सदन महिलाओं के सम्मान, आत्मनिर्भरता और सशक्तिकरण का प्रतीक बन गया है।












