
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर दशहरा उत्सव में दिया विजयादशमी संदेश: अधर्म पर धर्म की जीत
रायपुर में रावणभांठा और शंकरनगर दशहरा उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। उन्होंने कहा, “विजयादशमी पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है।” जानें कार्यक्रम की पूरी रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर दशहरा उत्सव में दिया विजयादशमी संदेश: अधर्म पर धर्म की जीत
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रायपुर में रावणभांठा और शंकरनगर दशहरा उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय। उन्होंने कहा, “विजयादशमी पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है।” जानें कार्यक्रम की पूरी रिपोर्ट।
मुख्यमंत्री साय ने विजयादशमी पर अधर्म पर धर्म की जीत का संदेश दिया
रायपुर, 03 अक्टूबर 2025: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज रायपुर शहर के रावणभांठा और शंकरनगर दशहरा उत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विजयादशमी पर्व अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा, “सत्य परेशान हो सकता है, पर पराजित नहीं हो सकता। सत्य की अंततः जीत होती है।”
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के लिए इस पर्व की विशेषता बताते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता है। माता कौशल्या का मायका और प्रभु राम का ननिहाल होने के कारण यहां ‘भांचा राम’ की परंपरा है। वनवास के दौरान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी ने छत्तीसगढ़ में लंबा समय बिताया। रावण से युद्ध के समय श्रीराम वनवासी थे, जबकि रावण के पास विशाल सेना और अस्त्र-शस्त्र थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने वानर सेना के साथ मिलकर रावण को परास्त कर यह सिद्ध किया कि अधर्म और अहंकार का नाश निश्चित है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपने अंदर रावण रूपी बुराइयों—काम, क्रोध, अहंकार, लोभ, मोह एवं माया—को समाप्त करने का आव्हान किया और विजयादशमी की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यहां दशहरा मनाने की परंपरा लगभग 150 साल पुरानी है और प्रभु बालाजी महाराज का विशेष आशीर्वाद इस प्रांगण को प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि विजयादशमी असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है।
विधायक सुनील सोनी और महापौर श्रीमती मीनल चौबे ने भी उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, सीएसआईडीसी अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, दूधाधारी मठ से जुड़े पदाधिकारी, खम्हारडीह सार्वजिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति के सदस्य और नागरिक उपस्थित थे।
भव्य आतिशबाजी देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े और कार्यक्रम का आनंद लिया।