
अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर लोगों ने अंचलाधिकारी को सौंपा आवेदन
अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर लोगों ने अंचलाधिकारी को सौंपा आवेदन
संवाददाता/ विवेक चौबे/गढ़वा : जिले के कांडी प्रखण्ड मुख्यालय स्थित बाजार को अतिक्रमणमुक्त करने को लेकर सोमवार को राजद के प्रखण्ड अध्यक्ष इमामुद्दीन खान के नेतृत्व में अंचलाधिकारी अजय कुमार दास को एक लिखित आवेदन सौंपा गया। आवेदन सौंपने वालों में मुख्य रूप से युवा राजद के जिला अध्यक्ष विनीत कुमार, भीम आर्मी जिला अध्यक्ष डॉक्टर राम कृष्णा राम, अजय कुमार पासवान, गोपाल भारती, नुरुल मियां, दामोदर प्रसाद मेहता, विजय कुमार सोनी, रामजन्म सोनी, प्रेम सोनी, बाबूलाल प्रसाद, विपलोक प्रसाद गुप्ता, विनय प्रसाद गुप्ता, बलराम सोनी, प्रकाश सोनी, रामनाथ साह, सुनील कुमार सोनी, इस्माइल सिद्दीकी, रामनरेश चन्द्रवंशी, मुकताक अंसारी, साधु ठाकुर, शाहनवाज हुसैन सहित अन्य का भी नाम शामिल है। आवेदन के अनुसार कांडी 16 पंचायतों का मुख्य बाजार है। जहां भीड़ अपरम्पार होती है। वहीं कुछ लोगों ने अवैध तरीके से बाजार की जमीन पर कब्जा कर लिया है। जिसमें पक्का व कच्चा मकान, झूग्गी झोपड़ी व गुमटी लगाकर अतिक्रमण कर लिया गया है। बाजार पहुंचने वाले लोगों को काफी दिक्कतें होती हैं। खाता 234, प्लॉट 337, 346 व अन्य, रकवा 78 डिसमिल है। उक्त सभी लोगों ने फिलहाल 78 डिसमिल जमीन से अवैध कब्जा से अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है। वहीं युवा राजद के जिलाध्यक्ष विनीत कुमार ने कहा कि 16 पंचायतों का लगने वाला यहां बाजार में आए दिन लोगों के साथ घटना घटते रहती है। यदि अवैध कब्जा नहीं हटाया गया तो राष्ट्रीय जनता दल आंदोलन करने को बाध्य होगी। जबकि वरिष्ठ नेता राममणी तिवारी ने कहा कि 20 वर्षों से मैं देख रहा हूँ कि अतिक्रमण बढ़ती जा रही है। इस संबंध में उपायुक्त को भी कई बार पहले आवेदन दिया जा चुका है, किन्तु कोई कार्यवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी अजय कुमार दास को 500 से अधिक लोगों का हस्ताक्षर युक्त एक आवेदन सौंपा गया है। वहीं भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष डॉक्टर राम कृष्णा राम ने कहा कि आजादी के बाद भी कांडी बाजार में व्याप्त अतिक्रमण से लोगों को आजादी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी को आवेदन देकर आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द कांडी बाजार की सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त किया जाए।
ज्ञात हो कि बाजार की 78 डिसमिल सरकारी भूमि में से करोना काल के समय 41 डिसमिल जमीन से अतिक्रमण को हटाया गया था। लेकिन अभी भी 37 डिसमिल जमीन का अतिक्रमण यथावत है। लेकिन जिस 41 डिसमिल जमीन अतिक्रमण हटाया गया था वह फिर से आबाद हो गया। लोगों ने आवेदन देते हुए कहा कि अगर कांडी बाजार की भूमि से जल्द अतिक्रमण नही हटता है तो विवश होकर यहां की जनता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिये बाध्य हो जाएगी।
इस विषय में अंचलाधिकारी अजय कुमार दास ने कहा कि ग्रामीणों का आवेदन मिला है।सरकारी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होगी।
आवेदन पर हस्ताक्षर करने वालों में राजाराम साह, मनोज सिंह, सुरेंद्र विश्वकर्मा, फिरोज हवारी, मुनेश्वर पासवान, धीरज प्रसाद गुप्ता, सुनील कुमार सोनी, गोपाल पांडेय, राजेश लाल, विनय गुप्ता, सीताराम मेहता, लखन गुप्ता सहित पांच सौ लोगों का नाम शामिल है।