
अंचल में हो रही लगातार बारिश से आई गांवों में आफत, प्रशासनिक व्यवस्था व सुविधा कोसों दूर
साजा – अंचल में हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया हैं। कई गांव का संपर्क पूरी तरह टूट चुका हैं। अंचल के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। क्षेत्र के सभी नदी नाले पूरे उफान पर हैं। अंचल के ग्राम शक्तिघाट (बिरनपुर) का प्रसिद्ध मां शक्ति मंदिर पहली बार पूरी तरह डूब चुका हैं। ग्राम बगलेड़ी पूरा ग्राम पूरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं। गांव में हालात इतने बुरे हैं कि लोगों के घरों में पानी भर चुका हैं। ग्राम के सरपंच कुलदीप पटेल ने बताया कि यदि बारिश नहीं रुकी तो लोगों को दूसरी जगह शरण लेना पड़ेगा, लोगों को पीने के पानी की समस्या भी हो चुकी हैं। वहीं ग्राम मही दही में डोटू नाला भी अपने पूरे ऊफान पर हैं, गांव में पंचायत भवन सहित बस्ती में पानी भर चुका हैं। ग्राम के सचिव योगेश ने बताया कि पंचायत भवन में पानी भर चुका हैं। ग्राम पंचायत केसतरा के आश्रित ग्राम बगलेडी में लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा हैं, स्कूल भवन में कई लोगों ने सामान रखा था, स्कूल में पानी भरने के कारण लोगों का रखा समान पूरी तरह खराब हो गया। अंचल में आज की भारी बारिश के चलते साजा ब्लाक मुख्यालय का संपर्क कई मार्गों से पूरी तरह कटा रहा। बरगांव सिंघानपुरी में भी बाढ़ के हालात रहें। केसतरा सरपंच प्रतिनिधि कुलदीप पटेल ने प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी पर आक्रोश प्रकट करते हुए कहा कि हालात इतने खराब होने के बावजूद अफसर अनदेखी कर रहें हैं, आंचल में बारिश नहीं थमी तो हालात और बुरे हो सकते हैं।
कई सड़क मार्ग अवरुद्ध, आवगमन बंद – अंचल में हो रही बारिश के चलते छोटे छोटे नदी नालों में जल स्तर बढ़ जाने के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। क्षेत्र के साजा गंडई मार्ग पर केंवतरा, शक्तिघाट दनिया मार्ग पर शक्तिघाट, ढाप, कोंगियाकला, मोहतरा देऊरगांव मार्ग पर गाड़ाभाठा, मोन्हगांव से देऊरगांव मार्ग पर अतरझोला, बासिन, बरगांव, सिघनपुरी, देवकर से जालबांधा मार्ग पर नवकेशा, लालपुर आदि मार्ग लगभग अवरुद्ध हैं, साथ ही आसपास के गांवों में पानी का भराव ज्यादा हो गया हैैं, जिससे सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया हैैं।
बाढ़ की स्थिति पर प्रशासनिक व्यवस्था व सुविधाएं हकीकत से दूर – अंचल के कई ग्रामों में बाढ़ की भयंकर स्थिति बनी हुई हैं, जिससे गांव में निवासरत ग्रामवासियों के लिए आफत तो बनी ही हैं, साथ ही सड़क मार्ग अवरुद्ध हो जाने से आवागमन में भी समस्या उत्पन्न हो गई है, मार्ग बंद होने से आवागमन ठप हैं, यातायात बंद व प्रभावित हैं। इन सब के बावजूद बाढ़ की खबरों के बाद भी प्रशासनिक व्यवस्था व सुविधाओं की बातें हकीकत व जमीनी स्तर से कोसों दूर हैं। इन प्रभावित ग्रामो में पूरा दिन बीत जाने पर भी कोई अधिकारी व प्रशासनिक अमला नहीं पहुंचा और ना ही वहां पहुंच कर लोगों की समस्या व परेशानी को जानने की जहमत उठाई गई। उच्च अधिकारीयों द्वारा ऑफिस की एसी में ही बैठकर बड़ी बड़ी बातें की जाती हैं।










