
सरगुजा में विज्ञान भारती के नए जिला संयोजक: डॉ. अंचल सिन्हा और डॉ. शैलेश देवांगन नियुक्त
सरगुजा जिले में विज्ञान भारती ने डॉ. अंचल कुमार सिन्हा और डॉ. शैलेश देवांगन को नए जिला संयोजक के रूप में नियुक्त किया। दोनों संयोजक विज्ञान विद्यार्थी मंथन (VVM) जैसे अभियानों के माध्यम से बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जिज्ञासा बढ़ाने का काम करेंगे।
सरगुजा में विज्ञान भारती के नए जिला संयोजक: डॉ. अंचल सिन्हा और डॉ. शैलेश देवांगन नियुक्त
सरगुजा जिले में विज्ञान भारती ने डॉ. अंचल कुमार सिन्हा और डॉ. शैलेश देवांगन को नए जिला संयोजक के रूप में नियुक्त किया। दोनों संयोजक विज्ञान विद्यार्थी मंथन (VVM) जैसे अभियानों के माध्यम से बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जिज्ञासा बढ़ाने का काम करेंगे।
सरगुजा में विज्ञान भारती ने घोषित किए नए जिला संयोजक
अंबिकापुर। सरगुजा जिले में विज्ञान भारती (VIBHA) ने नए जिला संयोजकों की नियुक्ति की है। स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेज़ी माध्यम विद्यालय, केशवपुर के व्याख्याता डॉ. अंचल कुमार सिन्हा और साई बाबा आदर्श महाविद्यालय के भौतिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. शैलेश देवांगन को संयुक्त रूप से जिला संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
विज्ञान भारती, जिसकी स्थापना वर्ष 1982 में बेंगलुरु में हुई थी, विज्ञान के प्रसार और भारतीय वैज्ञानिक परंपरा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियाँ संचालित करता है। संगठन विज्ञान विद्यार्थी मंथन (VVM) जैसे राष्ट्रीय अभियानों के माध्यम से विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण, जिज्ञासा और अनुसंधान की भावना को प्रोत्साहित करता है। इस परीक्षा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित है।
नए संयोजकों का परिचय
डॉ. अंचल कुमार सिन्हा जीवविज्ञान विषय के व्याख्याता हैं और विज्ञान प्रसार व लेखन गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं।
डॉ. शैलेश देवांगन उच्च शिक्षा और अनुसंधान से जुड़े हैं और विद्यार्थियों में नवाचार को प्रोत्साहित करने पर विशेष जोर देते हैं।
दोनों नए संयोजकों ने कहा कि वे सरगुजा जिले में विज्ञान भारती की गतिविधियों को गति देंगे तथा अधिक से अधिक विद्यालयों तक विज्ञान विद्यार्थी मंथन (VVM) जैसे अभियानों को पहुँचाने का प्रयास करेंगे।
संगठन के प्रांतीय पदाधिकारियों ने उन्हें बधाई देते हुए विश्वास जताया कि उनके नेतृत्व में जिले में विज्ञान जागरूकता की नई दिशा विकसित होगी।