
लखनपुर थाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यजनक : टीएस सिंहदेव
लखनपुर थाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यजनक : टी0एस0 सिंहदेव
सरगुजा संभाग में बढते अपराध और जनप्रतिनिधियों के रसूखदार रिश्तेदारों के द्वारा अपराधियों के पक्ष में प्रशासन व पुलिस पर बनाये जा रहे दबाव को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टी0एस0 सिंहदेव बयान जारी कर कहा है जिसमें एक व्यक्ति लखनपुर थाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है, दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। यह देख कर दुख हुआ, कि प्रशासन की व्यवस्था लोग अपने हाथ में लेना चाह रहे हैं जिससे कानून की स्थिति बिगडती है और लॉ एण्ड आर्डर को कायम रखने में मुश्कििल होती है। ये कैसे हुआ, क्यों हुआ और क्या ऐसा होना चाहिये, यह मै नागरिकों के विवेक पर छोडता हॅूं। नागरिकों को लखनपुर थाना का वीडियो देखना चाहये और सोचना चाहिये कि इस मामले में कैसे शासन और प्रशासन को कदम उठाना चाहिये। पूरी घटना दुर्भाग्यजनक है। ऐसा नहीं होना चाहिये और सबको संयम रखकर व्यवहार करना चाहिये।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालकृष्ण पाठक, अजय अग्रवाल, जेपी. श्रीवास्तव, शफी अहमद, द्वितेन्द्र मिश्रा, डॉ अजय तिर्की, राकेश गुप्ता, हेमंत सिन्हा एवं विनय शर्मा ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है,कांग्रेस ने अपने शासनकाल में पूरे सरगुजा संभाग को अपराध मुक्त रखा था। भाजपा की सरकार आने के साथ ही अचानक से सरगुजा संभाग में आपराधिक घटनाओं की बाढ आ गई है। जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार पुलिस के ईमानदार अधिकारियों पर अपराधियों के खिलाफ की जा रही कारवाई के विरोध में निर्लज्जता से खुलेआम दबाव बना रहे हैं और रातो रात उनके तबादले करवा रहे हैं। आम नागरिक भयक्रॉंत है कि कब किधर से युवाओं का गैंग उनपर हमले कर दे, या पेट्रोल बम फेंक दे। नागरिक भयक्रॉंत है अपने नौनिहालों को लेकर कि कहीं कोई अपराधी उनका फिरौती के लिये अपहरण कर प्रतापपुर जैसी घटना को अंजाम न दे दे। लोग भयभीत हैं कि कहीं कोई अपराधी घर में अकेले बैठी महिला पर गोली न चला दे। लोगों के आम दिनचर्या में भय व्याप्त हो गया कि कब कोई गैंग राह चलते उनपर हमला न कर दे। प्रशासन और कानून तो वही है जो कि भाजपा के शासन में आने के पहले मौजूद था, फिर अचानक से भाजपा के शासन में आने के बाद ऐसा क्या हुआ कि चारो ओर दहशत का माहौल है। क्या लखनपुर थाने में जो हुआ इस प्रकार के तथ्य तो नहीं है कि एक कर्तव्य परायण अधिकारी को उसकी ड्यूटी करने पर जनप्रतिनिधी के रिश्तेदार उस अधिकारी के साथ गाली-गलौज करते हैं और अपराधियों को छोडने का दबाव बनाते हैं। प्रतापपुर में एक मासूम की फिरौती और हत्याकांड में शामिल व्यक्ति के तथाकथित रुप से सोसल मीडिया पर मौजूद साक्ष्यों के आधार पर पता चलता है कि वो सत्ताधारी दल के युवा संगठन से जुडा हुआ है। लखनपुर कांड में जनप्रतिनिधी के रिश्तेदार जिन लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं, बताया जाता है कि वे उनके ही कर्मचारी हैं, और कोयला चोरी का काम करते हैं। ये वे तथ्य हैं जो बताते हैं कि सत्ताधारी दल के लोग ही अपराध को संरक्षण दे रहे हैं।
कांग्रेस ने अपने शासनकाल में पूरे सरगुजा संभाग को अपराध मुक्त रखा था। भाजपा का मौजूदा शासन में फिर से दहशत और जंगलराज व्याप्त होता जा रहा है। कांग्रेस समाज के प्रति अपने दायित्वों को समझते हुए इन परिस्थितियों के विरुद्ध संघर्ष की है और आगे भी संघर्ष करेगी। कांग्रेस आम नागरिक मंचों से भी आवाहन करती है कि वे भी इस भय के माहौल से सामाज को छुटकारा दिलाने के लिये आगे आयें, कांग्रेस भी संघर्ष में उनके साथ रहेगी।