
राजिम कुंभ कल्प के स्थानीय मंच पर पंडवानी, फागगीत, पंथी, भजन संध्या को देख दर्शक हुए गदगद
राजिम। राजिम कुंभ कल्प के छठवें दिन स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुति देख दर्शक गदगद हो गए। मंच पर ग्राम मड़ेली छुरा के समुंडा और पूनम ने पंडवानी के माध्यम से दुर्योधन वध का वर्णन किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में राकेश साहू रजनकट्टा के द्वारा फाग गीत की प्रस्तुति देकर होलीमय माहौल बनाया। देवगांव के वेदलाल साहू ने लोककला मंच के माध्यम से छत्तीसगढ़ की विभिन्न पारंपरिक गीतो का झमाझम प्रस्तुति दी। कुरेश्वर आरंग के दिनेश जांगड़े ने घासीदास बाबा का स्मरण करते हुए पंथी नृत्य प्रस्तुत किया। कोडापार अंजोरदास ओगरे ने गुरू घासीदास पर आधारित मंगल भजन की प्रस्तुति दी। ते बरत रबे साहेब… पंथी गीत को सुन दर्शकों ने खूब आनंदित किया। चौबेबांधा के गायक दीपक श्रीवास ने भजन संध्या के माध्यम से मां शेरावाली हनुमान चालिसा और माता पिता के सम्मान पर आधारित अनेक भक्तिमय भजन की प्रस्तुति दी। सुन्दरकेरा के किशन नागरची ने रामायण की प्रस्तुति देकर राममय माहोल बनाया। दी। दर्शक भी हनुमान के रस रूपी भक्ति में डूब गये। कुरूद के हुमन चंद्राकर ने मानस भजन तथा प्रकाश धीवर ने जगराता आरडी साहू रघुवर मानस परिवार ने श्रीराम पर आधारित कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को सफल बनाने में पुरूषोत्तम चंद्राकर, सुखेन साहू, दिनेश्वर साहू, राजेन्द्र पांडे, नरेन्द्र साहू, भागीरथी साहू, थानूराम निषाद, किशोर निर्मलकर, चोवा राम साहू, शत्रुहन सेन, रामनारायण मिश्रा, राकेश साहू महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।