
जल जीवन मिशन अंतर्गत एमआईएस एवं आईईसी कोऑर्डिनेटरों की संभाग स्तरीय कार्यशाला संपन्न
जगदलपुर, 13 मार्च 2025: लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग मंडल कार्यालय, जगदलपुर में गुरुवार को बस्तर संभाग के सभी सातों जिलों के जल जीवन मिशन अंतर्गत कार्यरत आईएसए, एमआईएस एवं आईईसी कोऑर्डिनेटरों की संभाग स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल प्रमाणीकरण में आ रही समस्याओं और कठिनाइयों के निराकरण के लिए विस्तृत जानकारी प्रदान करना था।
इस अवसर पर स्टेट कोऑर्डिनेटर सुश्री मंजरी ने पॉवर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को जल जीवन मिशन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्थानीय समाज प्रमुखों, पंचायत पदाधिकारियों और लक्षित लाभार्थियों से सतत संपर्क एवं संवाद स्थापित करना अत्यंत आवश्यक है ताकि जल प्रदाय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि जल जीवन मिशन न केवल हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने का कार्य कर रहा है, बल्कि इसके रखरखाव और संधारण में भी स्थानीय समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दे रहा है।
जनसहभागिता और महिला सशक्तिकरण पर जोर
कार्यशाला के दौरान जल वाहिनी समूह से जुड़ी महिलाओं की भागीदारी को भी महत्वपूर्ण बताया गया। सुश्री मंजरी ने कहा कि महिलाओं की सक्रिय भूमिका जल संरक्षण और जल आपूर्ति व्यवस्था के प्रभावी संचालन में मददगार साबित हो सकती है। उन्होंने स्थानीय समुदाय को भावी पीढ़ी के लिए ‘पानी बचाओ’ मुहिम को व्यापक स्तर पर चलाने के लिए प्रेरित किया।
समस्याओं के समाधान पर चर्चा
इस कार्यशाला में जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन के दौरान सामने आ रही समस्याओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई। आईएसए, एमआईएस एवं आईईसी कोऑर्डिनेटरों ने अपने-अपने जिलों में आ रही चुनौतियों को साझा किया, जिनका समाधान विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुत किया गया। अधिकारियों ने प्रमाणीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने और डेटा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए डिजिटल टूल्स और तकनीकों के अधिकतम उपयोग पर बल दिया।
भविष्य की रणनीति
कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को जल संरक्षण, सामुदायिक भागीदारी और जल जीवन मिशन की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की गई। साथ ही, पंचायत स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने और जल संरक्षण उपायों को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया।
यह कार्यशाला जल जीवन मिशन के सफल क्रियान्वयन और जल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।