
सीमांचल की बाल कविताओं का संग्रह बचपना का जिला शिक्षा अधिकारी ने किया विमोचन ।
सीमांचल की बाल कविताओं का संग्रह बचपना का जिला शिक्षा अधिकारी ने किया विमोचन
गोपाल सिंह विद्रोही प्रदेश खबर प्रमुख सीजी विश्रामपुर- कोरोना के बढ़ते संक्रमण काल में विद्यालय से बच्चो की छुट्टी है और इस खाली समय का सदुपयोग कर कोलांचल विश्रामपुर क्षेत्र के प्रथम बस्तामुक्त विद्यालय शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रुनियाडीह के प्रधान पाठक सीमांचल त्रिपाठी द्वारा छोटे बच्चों के मनोभाव पर आधारित बाल कविताओं की रचना कर बालपोथी स्वरुप पुस्तक बचपना का विमोचन जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार राय एवं रविंद्र सिंहदेव सहायक परियोजना अधिकारी द्वारा जिला शिक्षा कार्यालय में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया। हमारे संवाददाता से चर्चा में त्रिपाठी ने बताया कि अधिकारी द्व्य द्वारा बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना कर बच्चों हेतु सतत लेखन कार्य करने, शिक्षको व बच्चो को भी लेखन हेतु प्रेरित करने को कहा गया। बचपना पुस्तक को आपने पूज्यनीय स्व0 पिताश्री को समर्पित किया है, जिनकी उंगलियों को पकड़कर आपने बचपन मे चलना सीखा था। स्वरचित बाल कविताओं के संग्रह पुस्तक बचपना को वारिस पब्लिकेशन सूरजपुर छत्तीसगढ़ के बैनर तले थॉमसन नई दिल्ली से प्रकाशित कराई गई है। गूगल पर उपलब्ध वैसे इस पुस्तक की कीमत ₹300 है, लेकिन आपने जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया कि आपके मार्गदर्शन अनुरूप प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय को पुस्तक की एक प्रति निःशुल्क वितरित करने की योजना है।
बिश्रामपुर में भाजयुमो सूरजपुर की जिला कार्यसमिति की बैठक हुई संपन्न
जब पहली बार कोरोना के कारण लोकडाउन लगा तो उस समय भी जिले के 12 अन्य शिक्षको को प्रेरित कर उनके स्वरचित काव्य संग्रह को एकत्र कर अन्तर्नाद का निर्माण कर विमोचन कराया गया था। आपकी कविताएं लगभग 27 अन्य साझा काव्य संग्रह पुस्तकों में छप चुकी है। आप लगातार पठन और लेखन का कार्य करते रहते हैं और यही वजह है कि समय-समय पर आपकी कविताएं एवं शोध पत्र प्रकाशित होते रहते हैं।