
वाराणसी में हनुमान जयंती पर पीएम मोदी और सीएम योगी के लिए विशेष पूजा, 51 फीट मूर्ति का पूजन
हनुमान जयंती पर वाराणसी में भगवान हनुमान की 51 फीट ऊंची मूर्ति की पूजा की गई। पीएम मोदी और सीएम योगी के नाम से विशेष अनुष्ठान संपन्न हुआ।
हनुमान जयंती पर वाराणसी में पीएम मोदी और सीएम योगी के लिए विशेष पूजा, 51 फीट ऊंची प्रतिमा का पूजन
वाराणसी, उत्तर प्रदेश:हनुमान जयंती के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से वाराणसी में विशेष पूजा-अर्चना की गई। यह आयोजन शहर के हरहुआ स्थित काजीसराय क्षेत्र में हुआ, जहां भगवान हनुमान की 51 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। इस प्रतिमा के समक्ष विधि-विधान से पूजन कर देश और प्रदेश की सुख-शांति के लिए प्रार्थना की गई।
पूजा कार्यक्रम का आयोजन जय हनुमान श्री पीठ ट्रस्ट, स्थानीय संतों और सेवा संस्थाओं के संयुक्त प्रयास से हुआ। अनुष्ठान में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम से विशेष ‘आरती’ और ‘हवन’ किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे और उन्होंने दीप प्रज्वलन कर अपने आराध्य बजरंगबली के समक्ष श्रद्धा व्यक्त की।
कार्यक्रम में शामिल संतों और धर्मगुरुओं ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी को राष्ट्र निर्माण, धर्म और संस्कृति के पुनर्जागरण का प्रतीक माना जाता है। उनके यश, दीर्घायु और सेवा भावना के लिए इस विशेष आराधना का आयोजन किया गया। यह भी कहा गया कि धर्मनिष्ठ नेतृत्व के कारण ही देश में आध्यात्मिक चेतना का विस्तार हो रहा है और धार्मिक स्थलों का पुनरुद्धार हो रहा है।
51 फीट ऊंची यह हनुमान प्रतिमा जय हनुमान श्री पीठ ट्रस्ट की ओर से बनवाई गई है, जिसे राजस्थान के कारीगरों ने करीब दो वर्षों में तैयार किया। यह प्रतिमा वाराणसी की आध्यात्मिक पहचान में एक नया आयाम जोड़ रही है। इसे न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, बल्कि यह क्षेत्रीय पर्यटन और सांस्कृतिक चेतना को भी नई दिशा देगी।
हनुमान जयंती के दिन काशी में पूरा माहौल भक्तिमय रहा। मंदिरों में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ हुए, जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया। युवाओं ने जुलूस निकालकर हनुमान जी के जयकारों से गलियों को गुंजायमान कर दिया।
इस आयोजन को लेकर काशीवासियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम से कराए गए पूजन को ऐतिहासिक और प्रेरणादायक बताया।