
भोज साहू पर्यावरण प्रेमी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए किया पहल
भोज साहू पर्यावरण प्रेमी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए किया पहल……..
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव में रेडियोग्राफर के पद पर कार्यरत पर्यावरण प्रेमी भोज कुमार साहू व उनके तीन साल के नन्हे पुत्र वृक्षांश भी अपने पिता के साथ हाथ बांटते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए एक पहल बीज बाल तैयार कर रहा है सीड बाल तैयार करने के लिए गोबर खाद व मिट्टी के मिश्रण करके गीला मिट्टी को लड्डू के आकार बनाकर उसके अंदर विभिन्न प्रकार के बीज करंज,अशोक,कनेर, बेल,इमली, अपने सरकारी आवास के बगल में लगा हुआ विश्राम गृह से अपने ड्यूटी के बाद दोपहर लंच ब्रेक में इकट्ठा करके रखा था जिसे बारिश आने से पहले सीड लड्डू के रूप में तैयार कर रहे हैं भोज साहू ने बताया कि लगभग 500 बीज लड्डु तैयार करेंगे जिसे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खंड चिकित्सा अधिकारी को सौपकर अस्पताल में आने वाले भर्ती मरीजों को स्वस्थ होने के बाद एक जिम्मेदारी पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देते हुए सौंपा जायेगा जिसे अपने घर बाड़ी में लगाकर देखभाल करेंगे। भोज साहू विगत लगभग 10 साल से पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत काम कर रहे हैं स्थानीय शासन प्रशासन के मद्द से विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण जैसे काम करते आ रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए विभिन्न मंचों के माध्यम से सम्मानित भी किया जा चुका है।इ
इसतरह तैयार किया जाता है सीड बाल
सीड बाल तैयार करने के लिए सबसे पहले आपको बीज इकट्ठा करना होगा फिर उपजाऊ मिट्टी के साथ साथ गोबर खाद या कम्पोजट खाद का बराबार मात्र में मिश्रण तैयार करके गीला किया जाता है फिर उसे लड्डू के रूप में बनाकर बीचोबीच बीज डालकर लड्डू की तरह बंद कर दिया जाता है फिर इसे सुखाने के लिए जहां पर सुरज की किरण न पहुंच सके उस स्थान पर रखकर सुखाया जाता ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि धूप के किरण नहीं पड़ने से गीली मिट्टी के बीच में रहने के बाद भी बीज में अंकुरण नहीं आ पाता है जब पूर्ण रूप से सुख जाने पर आप अपने हिसाब से खाली पड़े स्थानों पर बारिश के मौसम में छोड़ देने पर मिट्टी गीला होने के बाद बीज अंकुरित होकर जहां पर डालेंगे वहां पर उग जायेगा और पौधा तैयार हो जायेगा।
भोज साहू ने पिछले वर्ष हर्बल हैंड सैनेटाइजर भी बनाया था
पिछले वर्ष कोरोना महामारी फैलने पर मार्केट में सैनिटाइजर का किल्लत होने पर भोज साहू फार्मेसी के पढ़ाई किया हुआ है जिसे उपयोग करते हुए हर्बल हैंड सैनिटाइजर नीम, तुलसी, एलोवेरा, कपुर मिक्स करके तैयार किया था जिसे स्थानीय अनुविभागीय अधिकारी,थाना प्रभारी व खंड चिकित्सा अधिकारी को सौंपा था जिसे सभी ने इनके कार्य को सराहा था
2018 मे विश्व एड्स दिवस पर विशाल रेड रिबन इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में डोंगरगांव का नाम दर्ज कराने में भी रहा योगदान
भोज साहू के सोंच पर दिसंबर 2018 में विश्व एड्स दिवस पर एड्स जागरूकता कार्यक्रम के तहत विशाल रेड रिबन बनाया गया था जिसमें लगभग 6000 लोग सम्मालित हुए थे जिसे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था जिसे जिला प्रशासन के द्वारा सरहाना किया गया था साथ ही 26 जनवरी 2019 को मंत्री के हाथों जिला प्रशासन के दौरान सम्मानित किया गया था।
राजनांदगांव से मानसिंग की रिपोर्ट=======