
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का BJP पर हमला: “सुशासन तिहार नहीं, जनता से धोखा है”
कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने छत्तीसगढ़ सरकार के सुशासन तिहार को बताया राजनीतिक नौटंकी। कहा- अपराध चरम पर, जनता बिजली-पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए तरस रही है। शराबबंदी की जगह शराब का विस्तार हो रहा है।
“सुशासन तिहार नहीं, असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की नौटंकी है”: कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा का BJP सरकार पर हमला
रायपुर, 17 मई 2025।छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा मनाए जा रहे “सुशासन तिहार” को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए इसे “राजनीतिक नौटंकी” और जनता के साथ धोखा करार दिया।
जनता बिजली, पानी, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए त्रस्त: कांग्रेस
सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता बिजली-पानी की किल्लत, शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, और स्वास्थ्य सेवाओं के पतन से जूझ रही है। अस्पतालों में दवा, इलाज और जांच तक मयस्सर नहीं है, जबकि सरकार “सुशासन तिहार” का उत्सव मना रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आत्ममुग्धता में डूबी हुई है और जमीनी सच्चाइयों से मुँह मोड़े हुए है।
अपराध बेलगाम, महिलाएं असुरक्षित, नक्सल मोर्चे पर भ्रम की स्थिति
वर्मा ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ अब अपराधों का गढ़ बन चुका है, जहाँ हर 3 घंटे में एक महिला दुष्कर्म का शिकार हो रही है। उन्होंने बलरामपुर में रेत तस्करों द्वारा पुलिसकर्मी को कुचलने, बीजापुर में भाजपा नेता पर गोली चलने जैसे मामलों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के नक्सल मोर्चे पर किए गए दावों को खुद उनके डिप्टी सीएम और गृह मंत्री नकार चुके हैं।
शिक्षा-स्वास्थ्य छोड़ शराब को प्राथमिकता: वर्मा
कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए पूर्ण शराबबंदी की मांग की थी, लेकिन अब प्रदेश में शराब के नए दुकान खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों की क्षमताएं बढ़ाई गई हैं और अब देसी में अंग्रेजी और अंग्रेजी में देसी शराब मिलने लगी है। वहीं दूसरी ओर, 57000 से अधिक शिक्षक पद रिक्त हैं और सरकार स्कूलों को मर्ज/बंद करने की योजना पर काम कर रही है।
“नशे का गढ़ बना रहा प्रदेश”: कांग्रेस
वर्मा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के संरक्षण में सूखे नशे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता शिक्षा और स्वास्थ्य नहीं, बल्कि शराब और नशे का व्यापार बन गया है। सुशासन तिहार को उन्होंने “राजनीतिक पाखंड” बताते हुए मांग की कि सरकार जनता से माफी मांगे और वादाखिलाफी के लिए जवाबदेह बने।